चंडीगढ़,18 जून 2025: हरियाणा में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 393 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जल्द ही कारण बताओ नोटिस जारी किए जाएँगे। इनके इलाके में ऐसी महिलाओं ने अवैध गर्भपात कराया है, जिनके घर में पहले से ही दो से ज़्यादा लड़कियाँ थीं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं के साथ सहेली के रूप में नियुक्त की गई थीं। हरियाणा में लिंगानुपात सुधारने के लिए एक राज्य टास्क फोर्स बनाई गई है। यह बैठक मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई। बैठक की अध्यक्षता विभाग के मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने की।
सुधीर राजपाल ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
बैठक में सुधीर राजपाल ने अधिकारियों को राज्य के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए ताकि कोई भी अवैध लिंग परीक्षण और गर्भपात न हो सके। इसके साथ ही उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की उन 393 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। जिन्होंने अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं का अवैध गर्भपात करवाया है।
सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों का का होगा पंजीकरण
इस बैठक में उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले बच्चों का सौ फीसदी पंजीकरण होना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने मेवात, पलवल, गुरुग्राम तथा फरीदाबाद जिला में जन्म लेते ही उन बच्चों का तुरंत पंजीकरण करवाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे किन्नर समाज से भी मीटिंग करें और उन्हें समझाएँ कि गर्भ में पल रही कन्या का गर्भपात करवाना सामजिक संतुलन को नुकसान पहुँचाता है।
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