बोलने, सुनने और देखने से असमर्थ बच्चे दिव्यांग नहीं रहे बल्कि अपनी प्रतिभा के साथ समाज को प्रभावित करने के समर्थ- डा. बलजीत कौर

by TheUnmuteHindi
बोलने, सुनने और देखने से असमर्थ बच्चे दिव्यांग नहीं रहे बल्कि अपनी प्रतिभा के साथ समाज को प्रभावित करने के समर्थ- डा. बलजीत कौर

पटियाला, 17 अप्रैल : पंजाब सरकार मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज अंदर समाज के अनदेखे लोगों की भलाई के लिए काम करने वाली एन. जी. ओज की हर संभव सहायता करने के लिए वचनबद्ध है। यह प्रकटावा पंजाब के सामाजिक न्याय, अधिकारता, अल्प संख्या और सामाजिक सुरक्षा और स्त्री और बाल विकास विभागों के मंत्री डा. बलजीत कौर ने किया। वह आज सोसायटी फार वैलफेयर आफ हैंडीकैप्ड के 58वें स्थापना दिवस मौके डैफ एंड ब्लाइंड स्कूल, गांव सैफदीपुर में करवाए समागम दौरान शिरकत करने पहुंचे हुए थे। उन्हों ने कहा कि दिव्यांग बच्चों की आवाज और सोच को ऐसीं संस्थाओं की मदद के साथ बहुत दूर तक पहुंचाया जाएगा, जहां तक यह पहुंचने की हकदार है। इस मौके डा. बलजीत कौर ने सोसायटी फार वैल्फेयर आफ हैंडीकैप्ड की तरफ से बोलने, सुनने और देखने से असमर्थ बच्चों की भलाई और उनको समाज की मुख्य धारा के साथ जोडऩे के लिए किए जा रहे विशेष प्रयासों की प्रशंसा करते सोसायटी को स्कूल के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया।

पंजाब सरकार हर वर्ग को साथ लेकर चल रही

डा. बलजीत कौर ने कहा कि मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य को रंगला पंजाब बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को साथ ले कर चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हर वर्ग की भलाई के लिए वचनबद्ध है परंतु कहीं न कहीं कोई फर्क रह जाता है और यह फर्ज ऐसीं संस्थाएं ही दूर करती हैं। डा. बलजीत कौर ने मुक्तसर जिले में अपनी तरफ से लोगों की आंखों की बीमारियों का इलाज करने का तजुर्बा सांझा करते अपील की कि हमें मरने उपरांत अपनी आंखें दान करने की जीवित रहते प्रण करना चाहिए। उन्होंने जन्म से बोलने, सुनने और देखने से असमर्थ परंतु विश्व प्रसिद्ध हस्ती, हैलन केलर की उदाहरण देते डैफ एंड ब्लाइंड स्कूल के अध्यापकों की प्रशंसा करते कहा कि इन की तरफ से दिखाए रास्ते तहत यह बच्चे दिव्यांग नहीं रहे बल्कि अपनी प्रतिभा के साथ समाज को प्रभावित कर रहे हैं।

यह बच्चे किसी ओर से भी असमर्थ नहीं

सोसायटी के सचिव कर्नल करमिन्दर सिंह के नेतृत्व में इस समागम में पटियाला स्कूल फार दी डैफ, स्कूल फार दी ब्लाइंड और पटियाला स्कूल फार दी डैफ ब्लाइंड के विद्यार्थियों की तरफ से पेश की पेशकारियों की प्रशंसा करते डा. बलजीत कौर ने कहा की यह बच्चे किसी भी ओर से असमर्थ नहीं बल्कि विलक्षण कला के मालक हैं और शारीरिक पक्ष से चुनौती भरपूर बच्चों को आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता। सोसायटी फार वैलफेयर आफ हैंडीकैप्ड के सचिव कर्नल करमिन्दर सिंह ने बताया कि इस स्कूल में पंजाब समेत 13 राज्यों के 450 से अधिक दिव्यांग विद्यार्थी पढ़ते हैं और उन को समर्थ बनाना हमारे लिए चुनौती भरा होता है। उन्होंने कहा कि यह सोसायटी 58 सालों से ऐसे विद्यार्थियों को मुफ्त शिक्षा प्रदान कर रही है। इस मौके ए. डी. सी. (ज) ईशा सिंगल, सोसायटी के कोषाध्यक्ष पवन गोयल, ब्रिगेडियर आर आर एस मान, जगजीत सरीन, रूप कंबोज, एसके कोछड़, बाबा गुरनाम ङ्क्षसह, शिव दत्त यूके, प्रिंसिपल रेणु सिंगला आदि मौजूद थे।

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