नई दिल्ली, 17 अप्रैल : चीन के नागरिक रूस की तरफ से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। यह बात साबित करने के लिए यूक्रेन ने अंतर्राष्ट्रीय कानून तक को तोडऩे का फैसला किया। एक तरफ तो अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में कमी आ रही है तो दूसरी तरफ और रूस चीन को मौन समर्थन देते हुए अपने रुख को आक्रामक कर रहा है। बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध के तीसरे वर्ष में एक नया मोड़ तब आया जब यूक्रेन ने दो चीनी युद्धबंदियों को मीडिया के सामने पेश किया। यह कदम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का उल्लंघन माना जा रहा है, लेकिन यूक्रेन ने इसे चीन की कथित संलिप्तता को उजागर करने के लिए जरूरी बताया। यूक्रेन का दावा है कि ये चीनी नागरिक रूस की सेना के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे थे। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यहां तक कहा कि उनके पास 155 ऐसे चीनी नागरिकों की जानकारी है जो रूस की ओर से युद्ध में शामिल हैं।
155 चीनी नागरिक यूक्रेन में उनके खिलाफ लड़ रहे : जेलेंस्की
पिछले हफ्ते ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि 155 चीनी नागरिक यूक्रेन में उनके देश के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस चीन को युद्ध में घसीट रहा है और बीजिंग की आलोचना की कि उसने चुपचाप अपने नागरिकों को मास्को की सेना में भर्ती होने की अनुमति दी। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन के पास वर्तमान में युद्ध में लड़ रहे कम से कम 155 चीनी नागरिकों के डिटेल्स हैं और उनमें से दो को ईस्ट डोनेट्स्क में पकड़ भी लिया गया था लेकिन चीन ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया था।