श्रीमद् भागवत कथा का हवन व भंडारे के साथ हुआ समापन

मनुष्य जीवन के सभी दुखों को नष्ट करती है भागवत कथा: श्री कमलानंद गिरि जी महाराज

by TheUnmuteHindi
श्रीमद् भागवत कथा का हवन व भंडारे के साथ हुआ समापन

श्रीमद् भागवत कथा का हवन व भंडारे के साथ हुआ समापन
मनुष्य जीवन के सभी दुखों को नष्ट करती है भागवत कथा: श्री कमलानंद गिरि जी महाराज
पटियाला : श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन गुरु नानक नगर के गली नंबर 16 में स्थित श्री राम मंदिर साधना सत्संग भवन में किया गया है। श्रीमद् भागवत कथा का समापन आज हवन यज्ञ करने के बाद विशाल भंडारे के साथ किया गया। इस मौके अनंत श्री विभूषित महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्री कमलानंद गिरि जी महाराज और श्रद्धेय स्वामी 108 श्री सुशांत आनंद गिरि जी महाराज ने श्री भागवत कथा का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य के कर्मों के कारण उसे जीवन में समय-समय पर दुख और कष्ट का सामना करना पड़ता है, पर भागवत कथा करने और सुनने से मनुष्य जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। भागवत कथा मनुष्य के जीवन में से सभी कष्ट को दूर करने के साथ-साथ मनुष्य को अच्छा जीवन व्यतीत करने का रास्ता भी दिखाती है। इसीलिए सभी को श्रीमद् भागवत कथा के दिखाए हुए रास्ते पर चलना चाहिए और अपने जीवन के साथ-साथ समाज का भी उद्धार करना चाहिए।
स्वामी कमलानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि परमात्मा ने इस संसार में हर एक वस्तु को जरूरत के अनुसार बनाया गया है। परमात्मा द्वारा बनाई गई हर एक वस्तु की लोगों को अपने जीवन में अत्यंत जरूरत होती है। बस एक दुख और विपत्ति ही ऐसी है जिसे कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में नहीं चाहता है। इसलिए मनुष्य को दुख और विपत्ति से दूर रहने के लिए नित्य परमात्मा का नाम लेना चाहिए और सदैव लोकहित में काम करने चाहिए। उन्होंने सभी को बुरे कार्यों से दूर रहते हुए समाज सेवा और अपने धर्म के प्रचार प्रसार हेतु सभी को कार्य करने की अपील की। श्री भागवत कथा के समापन समारोह में आज सुबह हवन यज्ञ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में इलाका वासियों ने पहुंचकर आहुतियां डाली। इसके बाद विशाल भंडारा लगाया गया।

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