चंडीगढ़, 21 अप्रैल : कनाडाई पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने दावा किया है कि खालिस्तानियों ने तीसरी बार हिंदू मंदिर में तोडफ़ोड़ की है। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक मंदिर में रविवार रात को तीसरी बार तोडफ़ोड़ की गई। सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में बोर्डमैन ने मंदिर के बाहर से एक वीडियो सांझा किया, जिसमें घटना का विवरण दिया गया है। बता दें कि ब्रिटिश कोलंबिया के सरे शहर स्थित प्रसिद्ध लक्ष्मी नारायण मंदिर को एक बार फिर निशाना बनाया गया है। दो अज्ञात लोगों ने मंदिर की दीवारों पर स्प्रे पेंट किया और वहां लगे सुरक्षा कैमरे को भी चुरा लिया। यह इस मंदिर पर तीसरा हमला है, जिससे स्थानीय हिंदू समुदाय में भारी आक्रोश और असुरक्षा की भावना व्याप्त है। कनाडाई पत्रकार डेनियल बोर्डमैन ने इस घटना को लेकर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन और श्रद्धालुओं का कहना है कि पुलिस और राजनेता इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और पर्याप्त सुरक्षा भी नहीं दी जा रही है। उन्होंने दावा किया कि दो संदिग्ध लोगों ने मंदिर की दीवारों पर आपत्तिजनक तस्वीरें बनाईं। घटना सुबह 3 बजे के आसपास की है। उन्होंने एक सुरक्षा कैमरा भी चुरा लिया। बोर्डमैन ने अपनी पोस्ट में लिखा, मैं सरे में लक्ष्मी मंदिर गया था, जहां कल रात खालिस्तानियों ने तोडफ़ोड़ की थी। यह तीसरी बार है, जब तोडफ़ोड़ की गई है। मैंने प्रबंधन और भक्तों से बात की और उन्हें ऐसा नहीं लगता कि पुलिस या राजनीतिक दल को इसकी कोई परवाह है।
कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने उठाई आवाज
इससे पहले रविवार (स्थानीय समय) को ओटावा नेपियन से कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने कनाडा में हिंदू और सिख समुदायों से आवाज उठाने और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की कई घटनाओं के बाद खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग करने का आग्रह किया था। आर्य ने कहा कि मंदिर की दीवारों पर भित्तिचित्र खालिस्तानी चरमपंथ के बढ़ते प्रभाव की डरावनी याद दिलाते हैं। हिंदू मंदिरों पर हमले आज भी जारी हैं। संगठित, वित्तपोषित और महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रभाव से समर्थित खालिस्तानी तत्व बेशर्मी से अपना प्रभुत्व स्थापित कर रहे हैं और कनाडा में हिंदू आवाज को सफलतापूर्वक दबा रहे हैं।