ज्योति मल्होत्रा की 23 जून तक बढ़ाई गई न्यायिक हिरासत, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में हुई पेश

by Manu
ज्योति मल्होत्रा केस

हिसार, 09 जून 2025: हरियाणा के हिसार की निवासी और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ज्योति की 9 जून 2025 को हिसार की सेंट्रल जेल टू से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फर्स्ट क्लास (JMIC) सुनील कुमार की अदालत में पेशी हुई। उनके वकील कुमार मुकेश ने बताया कि अदालत ने ज्योति की न्यायिक हिरासत को 23 जून 2025 तक बढ़ा दिया है। अगली सुनवाई भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी।

क्या है जासूसी का ये पूरा खेल?

ज्योति मल्होत्रा को सिविल लाइन थाना पुलिस ने 16 मई 2025 को गिरफ्तार किया था, और 17 मई को अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। इस दौरान पुलिस ने उनके दो मोबाइल फोन और एक लैपटॉप को जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेजा था। रिमांड के दौरान सामने आया कि ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारियों, विशेष रूप से पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के साथ संवेदनशील सूचनाओं का आदान-प्रदान किया था। दानिश को 13 मई 2025 को भारत सरकार ने जासूसी के आरोप में निष्कासित कर दिया था।

फोरेंसिक जांच में ज्योति मल्होत्रा के फोन से मिला 12 टीबी डेटा

पांच दिन के रिमांड के बाद पुलिस ने ज्योति को दोबारा अदालत में पेश किया और चार दिन का अतिरिक्त रिमांड लिया। 26 मई को उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल टू भेज दिया गया। फोरेंसिक जांच में उनके तीन फोनों से 12 टेराबाइट डेटा बरामद हुआ, जिसमें चैट रिकॉर्ड, कॉल लॉग, वीडियो और वित्तीय लेनदेन शामिल हैं, जो चार पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों के साथ उनके संपर्क की पुष्टि करते हैं। हालांकि, हिसार पुलिस ने स्पष्ट किया कि अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है जो यह सिद्ध करे कि ज्योति ने सैन्य या रक्षा से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा की थी।

ये भी देखे: ज्योति मल्होत्रा केस में बड़ा खुलासा, जब्त 12 टीबी डेटा से खुले कई रहस्य

You may also like