सरकार के 3 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रदूषण के मद्देनज़र किसानों से पराली न जलाने की अपील

by TheUnmuteHindi
सरकार के 3 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रदूषण के मद्देनज़र किसानों से पराली न जलाने की अपील

सरकार के 3 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रदूषण के मद्देनज़र किसानों से पराली न जलाने की अपील
सरकारी महिंद्रा कॉलेज में चित्र प्रदर्शनी देखने के लिए उमड़ा लोगों का हुजूम
कलाकारों व विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से बांधा समां
पटियाला : भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की थीम पर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न वक्ताओं ने मंच से संबोधित किया। इस अवसर पर बोलते हुए सूचना और प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो अमृतसर के प्रमुख गुरमीत सिंह (आईआईएस) ने कहा कि इस साल जुलाई से देशभर में तीन नए आपराधिक कानून लागू हुए हैं, जिनकी मदद से विभिन्न कार्यक्रमों के ज़रिए लोगों को नए कानूनों के तकनीकी पहलुओं को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने का कोशिश की जा रही है। वहीं, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इंजीनियर गुरकरन सिंह ने किसानों से पराली न जलाने की अपील की और इसका विकल्प अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने घर का कूड़ा-कचरा दूसरे व्यक्ति के घर के बाहर फेंकना ही स्वच्छता समझते हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है। इसके विपरीत पूरे मोहल्ले, शहर, गांव और देश को भी अपने घर की तरह साफ-सुथरा रखना जरूरी है, तभी स्वच्छता अभियान को सफलता के शिखर पर पहुंचाया जा सकता है। भारत सरकार के इस कार्यक्रम में महिंद्रा कॉलेज के मुख्य नोडल अधिकारी प्रोफेसर सविंदर रेखी के नेतृत्व में कई वक्ताओं ने विभिन्न विषयों पर मंच से अपने विचार रखे। सविंदर रेखी ने कहा कि इस चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों को जागरूक करना सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एक अच्छी पहल है, जिसे मिशन के तहत जारी रखा जाना चाहिए। वहीं कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर रमनीत कौर ने जहां पोषण अभियान को क्रांतिकारी योजना बताया, वहीं प्रोफेसर मुहम्मद सोहेल ने मंच से जल संरक्षण का संदेश दिया। इसके साथ ही प्रोफेसर परमवीर ने फिट इंडिया, प्रोफेसर राजीव शर्मा ने स्वच्छ भारत और प्रोफेसर राय बहादुर सिंह ने गीत के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किये। बहरहाल, कार्यक्रम के दौरान छात्रों की प्रस्तुतियाँ आकर्षण का केंद्र रहीं, जिसमें विशेष तौर पर ग्रुप सॉन्ग और सांस्कृतिक लोक नृत्य शामिल थे। इसके साथ ही नूर नट कला केंद्र की ओर से नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता का संदेश भी दिया गया।

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