नई दिल्ली, 21 मई 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार (20 मई) को एक घोषणा की जिसमें बताया कि अमेरिका एक नई और महत्वाकांक्षी मिसाइल रक्षा प्रणाली ‘गोल्डन डोम’ का निर्माण करने जा रहा है। इस प्रणाली का उद्देश्य उपग्रह के माध्यम से हवा में दुश्मन की मिसाइलों का तुरंत उनका पता लगाना और उन्हें नष्ट करना है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने ‘गोल्डन डोम प्लान’ के लिए 25 बिलियन डॉलर का प्रारंभिक बजट जारी किया है। वही पूरी प्रणाली के निर्माण पर लगभग 175 बिलियन डॉलर की लागत आएगी। इसका निर्माण पूरी तरह से अमेरिका में किया जाएगा।
कैसे काम करेगा गोल्डन डोम?
गोल्डन डोम परियोजना के बारे में बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि यह मेरे कार्यकाल के अंत तक तैयार हो जाएगी। यह इजरायल की ‘आयरन डोम’ प्रणाली से प्रेरित है, लेकिन इसका दायरा बहुत बड़ा और अंतरिक्ष आधारित है। इसमें सैकड़ों निगरानी उपग्रहों का नेटवर्क शामिल होगा। ये उपग्रह प्रक्षेपण के तुरंत बाद मिसाइलों को नष्ट करने में मददगार साबित होंगे। यह वास्तविक समय डेटा साझाकरण और रडार इंटेलिजेंस से लैस होगा। इसके अलावा, इसमें एआई-आधारित ट्रैकिंग और फायर कमांड भी शामिल होगा। यह प्रणाली अमेरिका की रक्षा रणनीति में अंतरिक्ष आधारित रक्षा की पहली पंक्ति होगी।
पेंटागन ने पहले ही सेंसर, उपग्रह और मिसाइल परीक्षणों की योजना बना ली है। बजट अनुमोदन के साथ निर्माण का प्रारंभिक चरण चल रहा है। इसकी मदद से अमेरिका कुछ जी पल में आईसीबीएम, हाइपरसोनिक और क्रूज मिसाइलों पर नज़र रख सकेगा और उन पर प्रतिक्रिया दे सकेगा।
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