झारखंड में सुरक्षा बलों ने 8 नक्सलियों को मार गिराया

by TheUnmuteHindi
सुरक्षा बलों

रांची, 21 अप्रैल : झारखंड के बोकारो जिले में सोमवार सुबह सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और झारखंड पुलिस के जॉइंट ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 8 नक्सली मारे जाने की खबर है। जानकारी के अनुसार झारखंड के बोकारो जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कोबरा कमांडो और पुलिस के साथ सोमवार सुबह मुठभेड़ में आठ नक्सली मारे गए। अधिकारियों ने बताया कि यह मुठभेड़ जिले में लालपनिया इलाके के लुगु हिल्स में सुबह करीब साढ़े पांच बजे शुरू हुई। उन्होंने बताया कि ‘209 कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन’ (कोबरा) के अभियान में आठ नक्सली मारे गए और एक एके सीरीज राइफल, तीन इंसास राइफल, एक ‘सेल्फ लोडिंग राइफल’ (एसएलआर), आठ देसी बंदूक एवं एक पिस्तौल बरामद की गई। कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) सीआरपीएफ की एक स्पेशल यूनिट है, जो गुरिल्ला और जंगल युद्ध, विशेष रूप से नक्सली खतरे से निपटने में, अपनी दक्षता के लिए जानी जाती है।

सुरक्षा बल कर रहे ताबड़तोड़ एनकाउंटर

गौरतलब कि इन दिनों देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा बलों के ताबड़तोड़ एनकाउंटर देखने को मिल रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते शुक्रवार को सभी छिपे हुए नक्सलियों से जल्द सरेंडर करने और मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमित शाह ने हथियार डालने की अपील की

अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, छिपे हुए नक्सलियों से मेरी अपील है कि मोदी सरकार की सरेंडर पॉलिसी को अपनाकर जल्द हथियार डालें और मुख्यधारा में शामिल हों। 31 मार्च 2026 से पहले हम देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त करने के लिए संकल्पित हैं। गृहमंत्री ने कहा था कि नक्सलवाद अब भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 31 मार्च 2026 तक देश से यह समस्या समाप्त हो जाएगी। सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और सीआरपीएफ, विशेषकर इसकी कोबरा बटालियन देश से नक्सलवाद को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है।

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