15 अप्रैल, 2025: सब्जियों और प्रोटीन युक्त वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में मामूली रूप से घटकर लगभग छह साल के निचले स्तर 3.34 प्रतिशत पर आ गई है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति फरवरी में 3.61 प्रतिशत और पिछले साल मार्च में 4.85 प्रतिशत थी।
मार्च 2025 में मुद्रास्फीति की दर अगस्त 2019 के बाद सबसे कम है, जब यह 3.28 प्रतिशत थी। मार्च में खाद्य मुद्रास्फीति 2.69 प्रतिशत रही, जबकि फरवरी में यह 3.75 प्रतिशत और मार्च 2024 में 8.52 प्रतिशत थी।
25 आधार अंकों की कटौती
पिछले सप्ताह, रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति में कमी के मद्देनजर प्रमुख अल्पकालिक उधार दर (रेपो) में 25 आधार अंकों की कटौती की गई थी । रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। जिसमें पहली तिमाही 3.6 प्रतिशत, दूसरी तिमाही 3.9 प्रतिशत, तीसरी तिमाही 3.8 प्रतिशत और चौथी तिमाही 4.4 प्रतिशत होगी थी। जोखिम समान रूप से संतुलित हैं।
इस बीच मंगलवार को सरकारी आंकड़ों से पता चला कि मार्च में थोक मूल्य मुद्रास्फीति छह महीने के निचले स्तर 2.05 प्रतिशत पर आ गई है। क्योंकि सब्जियों, आलू और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में कमी आई है।
फरवरी में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति 2.38 प्रतिशत थी। पिछले साल मार्च में यह 0.26 प्रतिशत थी।
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