नई दिल्ली, 01 मार्च: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि 8 मार्च से मणिपुर की सभी सड़कों पर लोगों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अवरोध पैदा करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
स्थायी शांति के लिए सरकार का प्रतिबद्धता
अमित शाह ने बैठक में कहा, “केंद्र सरकार मणिपुर में स्थायी शांति बहाल करने और इस संबंध में सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।” उन्होंने यह भी कहा कि जबरन वसूली के मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहनी चाहिए और मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निर्धारित प्रवेश बिंदुओं के दोनों ओर बाड़ लगाने का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
नशीली दवाओं के खिलाफ कार्रवाई
अमित शाह ने मणिपुर को नशा मुक्त बनाने के लिए नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल पूरे नेटवर्क को खत्म करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उनका कहना था कि यह राज्य की सुरक्षा और शांति के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
समीक्षा बैठक के उद्देश्य
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और विभिन्न समूहों द्वारा अवैध और लूटे गए हथियारों को वापस लेने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। बैठक नई दिल्ली में गृह मंत्रालय में आयोजित की गई थी, जिसमें मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, मणिपुर सरकार के अधिकारी, सेना के शीर्ष अधिकारी और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
राष्ट्रपति शासन और मुख्यमंत्री का इस्तीफा
मणिपुर में 13 फरवरी को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पद से इस्तीफा देने के बाद राष्ट्रपति शासन लागू किया गया था। राज्य विधानसभा, जिसका कार्यकाल 2027 तक है, को निलंबित कर दिया गया है।
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