यूपी,11जुलाई,2025: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। बतादें की लेखपाल सुभाष मीणा ने तहसील परिसर में जहर खाकर अपनी जान दे दी। बुधवार को जहर खाने के बाद गुरुवार के दिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद लेखपाल संगठनों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर जिलाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कड़ी कार्रवाई की माँग की।
जानिए पूरा मामला
यह दुखद मामला उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के धौलाना तहसील के डराना गाँव से जुड़ा है। बतादें की बीते 3 जून को जिलाधिकारी की जन चौपाल में किसान भूपेंद्र ने लेखपाल सुभाष मीणा पर खसरा-खतौनी की नकल निकालने के लिए रिश्वत माँगने का आरोप लगाया था। जिसके बाद, डीएम अभिषेक पांडेय ने सुभाष मीणा को सस्पैंड कर दिया।
बुधवार दोपहर जब सुभाष मीणा धौलाना तहसील कार्यालय से बाहर निकले, तो उन्होंने अचानक जहरीला पदार्थ खा लिया। जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। उन्हें तुरंत पिलखुवा के रामा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली के मेट्रो हॉस्पिटल रेफर कर दिया। जहाँ गुरुवार की सुबह उनकी मौत हो गई।
शिकायतकर्ता ने माँगे 5 लाख रूपये
सुभाष मीणा के परिजनों ने शिकायत कर्ता पर आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता भूपेंद्र ने उनसे 5 लाख रुपए की रिश्वत माँगी थी। परिजनों का कहना है की जब सुभाष ने पैसे देने से मना कर दिया, तो शिकायतकर्ता उन्हें मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित करने लगा। इसी मानसिक तनाव के चलते सुभाष मीणा ने आत्महत्या कर ली।
सीएम योगी ने दिए जाँच के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ मंडल के आयुक्त और जोन के पुलिस महानिरीक्षक को इस घटना का संज्ञान लेते हुए जाँच के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने जल्द से जल्द जाँच पूरी कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
जानकारी के लिए आपको बतादें की लेखपाल सुभाष मीणा के जहर खाने की सूचना मिलते ही राजस्व विभाग के कर्मचारी तुरंत अस्पताल पहुँचे। और वहाँ जमकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उनका कहना था कि डीएम ने बिना किसी समुचित जाँच के लेखपाल को निलंबित किया है। सुभाष मीणा की मौत के बाद लेखपाल संगठनों ने डीएम के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और मामले की जल्द से जल्द जाँच करने की माँग की।
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