नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन नाटक बहरूपिया का सफल मंचन

by TheUnmuteHindi
नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन नाटक बहरूपिया का सफल मंचन

नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन नाटक बहरूपिया का सफल मंचन
पटियाला, 12 फरवरी : उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, पटियाला, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन दिनांक 10 फरवरी 2025 को नाटक बहरूपिया थिएटर डिपोट, चण्डीगढ़ द्वारा मंचन कालिदास सभागार पटियाला में किया गया । नाटक का निर्देशन श्री निरेश कुमार ने किया था।
बहरूपिया एक मनोरंजक और गहन नाटक था , जो शंकर, एक कुशल कलाकार और चरित्र परिवर्तन में माहिर व्यक्ति की कहानी को उजागर करता था। शंकर सिर्फ मंच पर नहीं, बल्कि असल जि़ंदगी में भी विभिन्न किरदारों में ढलकर जीता था। शंकर की असल परीक्षा तब होती है जब वह एक संत का रूप धारकर धनवान और भ्रष्ट सेठ ठग्गू मल के सामने खड़ा होता है और उसके अपार धन को ठुकरा देता है। इससे उसकी प्रसिद्धि चारों ओर फैल जाती है, और उसे राजा के दरबार में बुलाया जाता है। अब सवाल उठता है—क्या शंकर की कला केवल मनोरंजन है या एक गहरा सत्य उजागर करने का माध्यम? गीत-संगीत, संवाद और नाटकीय घटनाओं से सजी बहरूपिया एक कलाकार के संघर्ष, समाज की वास्तविकताओं और मानवीय अस्तित्व के रहस्यों की एक रोचक प्रस्तुति थी । सभागार में मजूद सभी दर्शकों ने नाटक के कलाकारों की प्रशंसा की और उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, पटियाला के निदेशक श्री फ़ुर्कान खान का ऐसे उत्सव आयोजन करने करने के लिए धन्यवाद किया।

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