नई दिल्ली, 22 नवंबर : धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा शुरू की सनातनी एकता पदयात्रा को लेकर उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा, सनातनी एकता पदयात्रा का मुख्य लक्ष्य हिंदू समाज में एकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि यदि आरती के बाद राष्ट्रगीत का गायन मंदिरों में किया जाए, तो यह एक अच्छी पहल होगी। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि कौन देशभक्त है और कौन नहीं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिदों में भी राष्ट्रगीत का गायन होना चाहिए ताकि यह संदेश पूरे देश में एकता का हो। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 21 अक्टूबर से अपनी सनातनी एकता पदयात्रा शुरू की है। यह यात्रा बागेश्वर धाम से शुरू होकर ओरछा तक जाएगी, जो कुल 160 किलोमीटर लंबी है। शास्त्री जी का कहना है कि इस यात्रा का उद्देश्य हिंदुओं को एकजुट करना और उनके खिलाफ होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाना है। यात्रा के दौरान वह हिंदू समाज में भेदभाव और जातिवाद को समाप्त करने का संदेश देंगे।
सनातनी एकता पदयात्रा का मुख्य लक्ष्य हिंदू समाज में एकता को बढ़ावा देना : धीरेंद्र शास्त्री
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