आरएसएस प्रमुख भागवत के बयान पर शंकराचासर्य ने दी राए
कहा, भागवत हिंदुओं की दुर्दशा को नहीं समझते
नई दिल्ली, 26 दिसंबर : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हाल ही में 19 दिसंबर को मंदिर-मस्जिद विवादों के फिर से उठने पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के बाद कुछ लोगों को ये गलतफहमी है कि वे ऐसे मुद्दों को उठाकर हिंदुओं के नेता बन सकते हैं। अब उनके इस बयान को लेकर एक आध्यात्मिक गुरू का रिएक्शन आया है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि मोहन भागवत हिंदुओं की दुर्दशा को नहीं समझते हैं।
शंकराचार्य ने कहा कि ये सच्चाई है कि कई हिंदू मंदिर तोड़े जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत के बयान से यह साफ है कि उन्हें हिंदुओं का दर्द महसूस नहीं हो रहा है। उन्हें हिंदुओं की दुर्दशा सही मायने में समझ में नहीं आ रही है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मोहन भागवत ने दावा किया है कि कुछ लोग नेता बनने के लिए यह मुद्दे उठाते हैं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं मैं हिंदू नेता बनने की आकांक्षा नहीं रखता। शंकराचार्य ने कहा कि हिंदुओं के साथ जो अन्याय हुआ, वो बस उसी को उठा रहे हैं। उन्होंंने उनके बयान को लेकर अपने विचार प्रकट किए हैं।
आरएसएस प्रमुख भागवत के बयान पर शंकराचासर्य ने दी राए
कहा, भागवत हिंदुओं की दुर्दशा को नहीं समझते
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