पटियाला, 7 मई 2025 : पटियाला जिला प्रशासन हमारे भविष्य के जल स्रोतों जैसे नदियाँ, नाले, नहरें, रजवाहे और ड्रेन—की देखभाल और सफाई के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। इसके लिए विभिन्न विभागों के तालमेल से राजिंद्रा झील rajindra lake, छोटी नदी, बड़ी नदी और गांवों में मौजूद तालाबों की सफाई और पुनर्नवीनीकरण का कार्य करने का निर्णय लिया गया है।
इसी क्रम में डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव dc dr. preeti yadav ने नगर निगम कमिश्नर परमवीर सिंह के साथ लोक निर्माण, ड्रेनेज, मत्स्य पालन और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ राजिंद्रा झील का दौरा किया और वर्षों से लंबित कार्य को दोबारा शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया की समीक्षा की है।
उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह प्रयासरत है। बड़ी और छोटी नदियों के प्रोजेक्ट अंतिम चरण में हैं और जैसे ही केंद्र सरकार से वन एवं वन्यजीव विभाग की एनओसी NOC प्राप्त होगी, बीड़ क्षेत्र में लाइनिंग का कार्य पूरा कर इन प्रोजेक्टों को शुरू कर दिया जाएगा क्योंकि शेष कार्य पहले ही पूर्ण हो चुके हैं। इसके साथ ही मनरेगा के तहत जि़ले के 1204 गांवों में तालाबों की सफाई और डी-वॉटरिंग का काम भी जारी है।
प्रोजेक्ट को मिली स्वीकृति व बजट
डिप्टी कमिश्नर DC ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राजिंद्रा टैंक प्रोजेक्ट को स्वीकृति और बजट मिल चुका है और इस सप्ताह टेंडर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। टैंक में स्थायी रूप से जल भराव सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम के अधीक्षण अभियंता के नेतृत्व में लोक निर्माण, जल निकासी, मत्स्य पालन विभाग और विशेषज्ञों की एक सक्रिय समिति बनाई गई है। अधिकारियों ने इस अवसर पर झील परिसर की सुंदरता, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं पर चर्चा की, जिससे इसे शहरवासियों और पर्यटकों के लिए एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके।
तीन फुट चौड़ी पाइपलाइन बिछाई जा रही
जल निकासी विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि राजिंद्रा लेक में भाखड़ा नहर का पानी लाने के लिए महारानी क्लब से तीन फुट चौड़ी पक्की पाइपलाइन बिछाई जा रही है, क्योंकि पुरानी पाइपलाइन कई स्थानों से टूट गई थी और पेड़ों की जड़ों की वजह से अवरुद्ध हो गई थी। अब राजिंद्रा टैंक को सुचारु रूप से संचालित करने से पहले इसकी डी-सिल्टिंग, आसपास फुटपाथ निर्माण और फव्वारे लगाने की पक्की योजना बनाई गई है ताकि भराव जल ज़मीन में न समा जाए और जलकुंभी जैसी वनस्पति न पनपे। डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार राजिंद्रा टैंक की सफाई सुनिश्चित की जा रही है और इसे शहरवासियों और पर्यटकों के लिए स्थायी रूप से एक सुंदर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि जब तक यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं होता, वे इसकी प्रतिदिन समीक्षा करेंगी।
जल स्त्रोत हमारा भविष्य
इस दौरान डिप्टी कमिश्नर DC ने जि़लेवासियों से अपील की कि वे नदियों, नहरों, नालों और ड्रेनों जैसे जल स्रोतों की रक्षा के लिए आगे आएं और इनमें किसी भी प्रकार का कूड़ा-कचरा न डालें, क्योंकि यही जल स्रोत हमारा भविष्य हैं। इस मौके पर नगर निगम के संयुक्त कमिश्नर बबनदीप सिंह वालिया, अधीक्षण अभियंता हरकिरन सिंह, लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता पियूष अग्रवाल, जल निकासी विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रथ्म गंभीर, मत्स्य पालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर करमजीत सिंह और बागवानी विभाग के कार्यकारी अभियंता सुरजीत सिंह समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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