लखनऊ: सोमवार, 31 मार्च को ईद-उल-फितर के मौके पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित ऐशबाग ईदगाह पहुंचे। ईदगाह पहुंचने के बाद उन्होंने दावा किया कि उनका काफिला जानबूझकर रोका गया। पत्रकारों से बातचीत में सपा सांसद ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया।
अखिलेश ने कहा, “मैं सालों से ईदगाह आता रहा हूं, लेकिन आज पहली बार मेरा काफिला रोका गया। रास्ते में इतनी बैरिकेडिंग थी कि लगा जैसे कोई बड़ा हादसा हो गया हो। पूरी बैरिकेडिंग लगाकर मुझे आधे घंटे तक रोके रखा गया। मैंने अफसरों से पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है, लेकिन किसी के पास कोई जवाब नहीं था।” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “यह क्या है? तानाशाही समझूं या इमरजेंसी? क्या सरकार दबाव बनाना चाहती है कि लोग दूसरे धर्मों के त्योहारों में शामिल न हों?”
उन्होंने कहा, “ऐसी बैरिकेडिंग कभी नहीं देखी। ऐसा लगता है कि सरकार नहीं चाहती कि लोग अपने त्योहार मना सकें। लोकतंत्र और संविधान को सबसे बड़ा खतरा बीजेपी से है। यह देश संविधान से नहीं, बल्कि बीजेपी की मनमानी से चल रहा है।
अखिलेश यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया।
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