ब्रिटेन, 11 अगस्त 2025: ब्रिटेन में अधिकारियों ने डिलीवरी फर्मों के लिए अवैध रूप से काम करने वाले दोपहिया वाहन चालकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 20 से 27 जुलाई 2025 तक चली ‘ऑपरेशन इक्वलाइज’ नामक इस कार्रवाई में 1,780 लोगों से पूछताछ की गई, जिसमें से 280 को अवैध काम के लिए गिरफ्तार किया गया। इनमें कई भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।
होम ऑफिस के मुताबिक, इस अभियान का मकसद गिग इकोनॉमी, खासकर डिलीवरी राइडर्स के बीच अवैध काम को रोकना था। लंदन के हिलिंगडन में सात भारतीयों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से पांच को हिरासत में लिया गया। इसके अलावा, स्कॉटलैंड के डमफ्रीज और बर्मिंघम में भी गिरफ्तारियां हुईं। इस दौरान 71 वाहन, जिनमें 58 ई-बाइक शामिल हैं, 8,000 पाउंड नकद और 4,60,000 पाउंड की अवैध सिगरेट जब्त की गईं।
ब्रिटेन सरकार ने अपनी ‘पहले निर्वासन, बाद में अपील’ नीति का विस्तार भी किया है, जिसमें अब भारत सहित 15 नए देशों को शामिल किया गया है। इस नीति के तहत विदेशी अपराधियों को अपील से पहले उनके देश भेजा जा सकता है, ताकि जेलों में भीड़ कम हो और अपराध को लेकर जनता की चिंताओं का समाधान हो। इस लिस्ट में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बुल्गारिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, केन्या, लातविया, लेबनान, अंगोला, बोत्सवाना, ब्रुनेई, गुयाना, युगांडा और जाम्बिया शामिल हैं।
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