पटियाला : श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा गठित भर्ती समिति की बैठकें लगातार आगे बढ़ रही हैं । आज पांच सदस्यीय भर्ती समिति का काफिला पंथक धरती पटियाला पहुंचा । इस बड़े पंथक इकट्ठ में समिति के सदस्य सरदार मनप्रीत सिंह अयाली, गुरप्रताप सिंह वडाला, जत्थेदार इकबाल सिंह झूंदा, जत्थेदार संता सिंह उमैदपुर और बीबी सतवंत कौर विशेष रूप से शामिल हुए। इस भर्ती समिति के साथ जुड़ने वाले कार्यकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज के इकट्ठ में सतवीर सिंह टोहड़ा ने भी विशेष उपस्थिति दर्ज कराई और भर्ती समिति के अधीन भर्ती करने का संकल्प लिया ।
मलेरकोटला और संगरूर जिलों के बाद अब पटियाला की पूरी नेतृत्व टीम हुई एकजुट
सरदार मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि “पार्टी की कमजोर नेतृत्व क्षमता मौजूदा समस्याओं का मुख्य कारण है हम अपनी सरकारों के दौरान गलतियां करते रहे और कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझने में असफल रहे।पार्टी एक “वन मैन शो” बनकर रह गई, जिससे कई बड़े फैसले गलत दिशा में गए। बरगाड़ी बेअदबी कांड ने पार्टी से पंथक वोट बैंक को दूर कर दिया। बीजेपी के समर्थन और किसान आंदोलन के विरोध से किसानों का भरोसा खो दिया, जिससे हमारा राजनीतिक आधार कमजोर हुआ। उन्होंने पंजाब के किसानों, किसान नेताओं, मजदूरों, व्यापारियों, दुकानदारों और कर्मचारियों से अपनी पार्टी को फिर से मजबूत करने की अपील की ।
आज पंजाब जिस संकट में फंसा है, उसे सिर्फ शिरोमणि अकाली दल ही बाहर निकाल सकता है : जत्थेदार गुरप्रताप सिंह वडाला
जत्थेदार गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि आज पंजाब जिस संकट में फंसा है, उसे सिर्फ शिरोमणि अकाली दल ही बाहर निकाल सकता है। जो नेता खुद को अकाली कहते हैं, वे श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों का पालन नहीं कर रहे। हमारी संस्थाओं की रक्षा करने की जिम्मेदारी जिन नेताओं पर थी, वे खुद संस्थाओं को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं और पंथ समर्थकों से अपील की कि आने वाले SGPC चुनावों में पंथ समर्थक उम्मीदवारों का चुनाव करें ।
किसानों, मजदूरों, व्यापारियों, कर्मचारियों और मेहनतकश वर्ग से अपनी क्षेत्रीय पार्टी के पुनर्जीवन का हिस्सा बनने की अपील
जत्थेदार इकबाल सिंह झूंदा ने कहा कि हमने कभी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को समझने की कोशिश नहीं की । पिछले पांच चुनाव हम इसलिए हारे क्योंकि नेतृत्व ने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को नजर अंदाज किया ।
पार्टी संगठन मजबूत नहीं रहा और अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री का पद एक ही व्यक्ति के पास होने से पार्टी कमजोर हुई । उन्होंने युवाओं से अपने हक और आवाज को बुलंद करने का आह्वान किया । जत्थेदार संता सिंह उमैदपुर का बयान उन्होंने “खालसा पंथ जिंदाबाद” के नारे लगवाते हुए कहा कि हमें पंथ और पंजाब की सोच रखने वाले नेतृत्व को आगे लाना होगा । जो सिख श्री अकाल तख्त साहिब के आदेशों को नहीं मानता, उसे सिख कहलाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं।उन्होंने भर्ती समिति के कार्यों में रुकावट डालने वालों की निंदा की और कहा कि अब पंथ जाग चुका है । बीबी सतवंत कौर का संदेश उन्होंने युवाओं से श्री अकाल तख्त साहिब से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि आज हमारे सिद्धांतों पर हमला किया जा रहा है ,हमारे ही लोग निजी स्वार्थों के लिए हमारी संस्थाओं और सिद्धांतों पर हमला कर रहे हैं उन्होंने कहा कि अगर हम एकजुट नहीं हुए, तो आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी हमें अपने प्रतिनिधित्व को सही हाथों में सौंपने के लिए एकजुट होना होगा ।
पटियाला की धरती ने हमेशा इतिहास रचा है और आज भी एक नया इतिहास बना है
सरदार सुरजीत सिंह रखड़ा का धन्यवाद भाषण “उन्होंने कार्यकर्ताओं की उपस्थिति को शिरोमणि अकाली दल के उज्ज्वल भविष्य की निशानी बताया । भूतकाल में हुई गलतियों को स्वीकार करते हुए कार्यकर्ताओं से माफी मांगी । पूर्व सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा का ऐलान उन्होंने कहा कि पटियाला की धरती ने हमेशा इतिहास रचा है और आज भी एक नया इतिहास बना है । पांच सदस्यीय भर्ती समिति शिरोमणि अकाली दल की मजबूती की नींव बनेगी । अन्य प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद इस मौके पर मंच संचालन सरदार चरनजीत सिंह ब्राड़ ने किया । भूपिंदर सिंह शेखूपुर (हलका सनौर के प्रभारी),रणधीर सिंह रखड़ा, सतविंदर सिंह टोहड़ा, जर्नैल सिंह करतारपुर,हरी सिंह नाभा, तेजिंदर पाल सिंह संधू, हरिंदर पाल सिंह टोहड़ा,गुरमीत सिंह कोट, इंद्रजीत सिंह रखड़ा, हरप्रीत सिंह सरपंच,जगतार सिंह संधू, अमरजीत सिंह गुराइया, डॉ. बहादुर, बब्बू घग्गा,बलदेव सिंह चेयरमैन, बहादुर सिंह टोहड़ा,और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे ।