इंडस्ट्री के सी.एस.आर. फंड के साथ जिले का संपूर्ण विकास हो : डिप्टी कमिश्नर

by TheUnmuteHindi
The district should be fully developed with the help of CSR funds of the industry: Deputy Commissioner

पटियाला, 16 अप्रैल : जिले में चल रही बड़ी इंडस्ट्री अपनी कमाई में से जो फंड लोगों के विकास और सहायता के लिए जारी करती है। उसका प्रयोग पूरे जिले में समान रूप के साथ किया जाए, जिससे हर इलाके के लोगों को इसका समान रूप में लाभ मिल सके। डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने आज मिनी सचिवालय के कमेटी हाल में इंडस्ट्री के प्रतिनिधिओं और जिला अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की, जिसमें उन्होंने वित्तीय साल 2024- 25 में कॉर्पोरेट सोशल रिसपांसीबिलेटी ( सी.एस.आर.) फंडों का प्रयोग सम्बन्धित समीक्षा भी की। उन्होंने यह जानकारी हासिल की कि कौन सी इंडस्ट्री किस इलाके में सामाजिक काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जिले में शिक्षा, सेहत और खेल क्षेत्रों में पहल के आधार पर इस फंड का प्रयोग की जाये और इंडस्ट्री आगे आ कर शहरों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों में भी अपनी यह जिम्मेदारी निभाए। उल्लेखनीय है कि यदि कोई इंडस्ट्री एक साल में 5 करोड़ का लाभ कमाती है या उसी टर्नओवर एक हजार करोड़ रुपए से सालाना ज़्यादा है तो उसे देश केंद्रीय कानून के अंतर्गत सी. एस. आर. गतीविधियां जरूरी तौर पर करनीं होती हैं।

कई स्थानों पर करते हैं साफ सफाई

इस मीटिंग में अलग-अलग इंडस्ट्री के प्रतिनिधिओं की तरफ से बताया गया कि वह कई स्थानों पर सोलर पैनल, स्ट्रीट लाईटों की साफ सफाई आदि का काम करते हैं। यह रकमें कुछ लाखों रुपए से ले कर करोड़ रुपए तक भी चली जाती है। इसके अलावा इंडस्ट्री की तरफ से अस्पतालों में मैडीकल उपकरण और स्कूलों में बेसिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जातीं हैं। इसके अलावा कुछ इंडस्ट्री के अंतर्गत क्षेत्र में हर तरह के विकास कार्य भी करवाए जाते हैं जैसे एल.एन. टी. के थर्मल पावर प्लांट की तरफ से राजपुरा इलाके के गांवों में हर तरह का विकास कार्य करवाया जा रहा है जिसमें वातावरण से लेकर पढ़ाई तक के सभी काम शामिल हैं।

फंडों का प्रयोग पहले की तर्ज पर ही किया जाए

बैठक में डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि यह देखने में आया है कि जिस इलाके में इडंस्ट्री होती है, सिर्फ उसके आस- पास के गाँवों में ही सी. एस. आर. ऐक्टिविटी करती है जब कि यह गतिविधि जिला स्तर पर योजना बना कर सामूहिक विकास को मुख्य रख कर की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्तीय साल 2024- 25 में सी. एस. आर. अधीन आने वाले फंडों का प्रयोग विशेष तौर पर शिक्षा, सेहत और खेल क्षेत्रों में किया जाये। उन्होंने कहा कि नये बजट दौरान फंडों का प्रयोग पहले की तर्ज पर ही किया जाए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सी. एस. आर. के फंडों को पूरी पारदर्शिता और निगरानी में लागू किया जाये। उन्होंने आगे से कहा कि नशे से पीडि़त और मजदूरी करते व्यक्तियों की मदद की जाये जिससे उन को इस दलदल में से निकाला जा सके।

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