हैदराबाद: Dr Ananya Rao Body Recovered From Tungabhadra River: 27 वर्षीय डॉ. अनन्या राव (Dr Ananya Rao) का शव गुरुवार शाम को 32 घंटे के कठिन बचाव अभियान के बाद कर्नाटक के गंगावती तालुक स्थित सनापुर के पास तुंगभद्रा नदी से बरामद किया गया। डॉ. राव, जो अपनी एमडी की तैयारी कर रही थीं, हाल ही में अपनी दो दोस्तों के साथ हम्पी में तीन दिन की छुट्टी पर आई थीं, जब यह दिल दहला देने वाली घटना हुई।
घटनास्थल पर पहुंचते ही तैरने का निर्णय
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा बुधवार को हुआ, जब डॉ. राव और उनके दोस्त अंजनाद्री हिल जाने के रास्ते में तुंगभद्रा नदी के किनारे रुके। नदी का बहता पानी देख उन्होंने तैरने का निर्णय लिया। डॉ. राव ने अपने दोस्तों से गोता लगाने का वीडियो रिकॉर्ड करने का अनुरोध भी किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें डॉ. राव को नदी में कूदने से पहले कुछ पल हिचकिचाते हुए दिखाया गया था।
तेज बहाव में फंसीं Dr Ananya Rao
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डॉ. राव एक चट्टान से नदी में कूद गईं, लेकिन तेज बहाव के कारण वह किनारे तक नहीं पहुंच पाईं। तैराक होने के बावजूद वह नदी के शक्तिशाली प्रवाह के खिलाफ संघर्ष करती रहीं और बह गईं। उनके दोस्तों ने तुरंत अलार्म बजाया और स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद, बचाव दल ने गहन खोज अभियान शुरू किया।
चुनौतियां और विशेषज्ञ गोताखोरों का साहसिक प्रयास
बचाव कार्य में विशेषज्ञ गोताखोरों और स्थानीय अधिकारियों की टीम को तैनात किया गया, लेकिन चट्टानी इलाकों और नदी की तेज धाराओं के कारण अभियान में बहुत कठिनाई आई। हालांकि, टीम ने उन्नत उपकरणों का उपयोग किया और घंटों तक नदी में खोज की। अंततः गुरुवार शाम को डॉ. राव का शव उसी स्थान से बरामद किया गया, जहाँ उन्होंने नदी में छलांग लगाई थी।
Dr Ananya Rao की शैक्षिक यात्रा
डॉ. अनन्या राव ने हैदराबाद के कोमपल्ली क्षेत्र में अपने परिवार के साथ जीवन बिताया था। उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी और इस समय एमडी की तैयारी कर रही थीं। वह तेलंगाना के एक पूर्व कांग्रेस विधायक की करीबी रिश्तेदार थीं। उनके माता-पिता भी इस कठिन समय में बचाव अभियान के दौरान घटनास्थल पर मौजूद थे।
परिवार और दोस्तों के लिए बड़ा आघात
यह घटना न केवल डॉ. राव के परिवार और दोस्तों के लिए गहरा आघात है, बल्कि समाज के लिए भी एक दुखद क्षण है। डॉ. राव की मृत्यु ने यह एक बार फिर सिद्ध किया है कि यात्रा के दौरान सावधानी बरतना कितना जरूरी है, खासकर जब पानी की धारा तेज हो और पानी के साथ खेलने के दौरान दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
नदी में तैरने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
इस घटना से यह सीखने की आवश्यकता है कि किसी भी प्रकार के जल क्रीड़ा या तैराकी से पहले संबंधित क्षेत्र के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की जानी चाहिए और किसी विशेषज्ञ या लाइफगार्ड की सलाह ली जानी चाहिए। तेज बहाव वाली नदियों में तैरना खतरनाक हो सकता है, और इस तरह की घटनाएं अकसर बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बनती हैं।
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