त्रि भाषा नीति पर कुछ लोग जानबूझकर राजनीति करने का कर रहे प्रयास : किरेन रिजिजू
तिरुवनंतपुरम मेंं बैठक के लिए शिरकत की
नई दिल्ली, 7 मार्च : केंद्रीय संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रिजिजू दक्षिणी क्षेत्र के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) पर क्षेत्रीय समीक्षा बैठक और प्रशिक्षण कार्यशाला में शामिल होने के लिए तिरुवनंतपुरम में पहुंचे जहां केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि नयी शिक्षा नीति (एनईपी) में त्रि-भाषा नीति पूरे देश के लिए अच्छी है। एनईपी में त्रि-भाषा नीति पर जारी गंभीर बहस के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ गलतफहमी है या कुछ लोग जानबूझकर ‘राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं।’ रिजिजू ने कहा, ‘नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन हिन्दी उनकी मातृभाषा नहीं है, उनकी मातृभाषा गुजराती है। हमारे गृह मंत्री अमित शाह की मातृभाषा भी गुजराती है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मातृभाषा उडिय़ा है और मेरी मातृभाषा अरुणाचली है, लेकिन हम अपने देश के हितों को सर्वोपरि रखते हुए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमें देश को धर्म या भाषा के आधार पर नहीं बांटना चाहिए।’ रिजिजू ने कहा, ‘हम सभी भारतीय हैं; आइए हम सब मिलकर काम करें और प्रधानमंत्री मोदी जी ने लगातार कहा है कि भारत में हर क्षेत्र, हर समुदाय और हर कोई समान है तथा सभी को समान संरक्षण और समान वरीयता दी जाएगी, इसलिए हमें देश को जाति, पंथ, धर्म या समुदाय या राज्य या क्षेत्र के आधार पर नहीं बांटना चाहिए।’
त्रि भाषा नीति पर कुछ लोग जानबूझकर राजनीति करने का कर रहे प्रयास : किरेन रिजिजू
तिरुवनंतपुरम मेंं बैठक के लिए शिरकत की
5
previous post