चंडीगढ़, 28 मई 2025: शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा का आज, 28 मई 2025 को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। 89 वर्षीय ढींडसा लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और उनकी हालत पिछले कुछ समय से गंभीर बनी हुई थी। शाम करीब 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली, जिससे पंजाब की सियासत और उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई।
ढींडसा का राजनीतिक सफर
सुखदेव सिंह ढींडसा का जन्म 9 अप्रैल 1936 को हुआ था। अपने लंबे राजनीतिक करियर में उन्होंने पंजाब और देश की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक रहे और पूर्व राज्यसभा सांसद के रूप में अपनी सादगी और सिद्धांतों के लिए जाने गए। हाल ही में, उन्होंने अकाल तख्त के निर्देशानुसार धार्मिक सजा (तनखाह) पूरी की थी, जिसमें उन्होंने गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब और तख्त श्री केसगढ़ साहिब में सेवा की।
सुखदेव सिंह ढींडसा ने हमेशा सिख समुदाय के मुद्दों को उठाया
ढींडसा ने 2004 से 2010 तक केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया और पंजाब में सिख समुदाय के मुद्दों को उठाने में अहम भूमिका निभाई। उनके निधन पर कई नेताओं ने शोक जताया है। कांग्रेस नेता राजा बराड़ ने उन्हें “पंजाब का सच्चा सपूत” बताते हुए कहा कि उन्होंने छह दशकों तक पंजाब और देश की सेवा की।
उनके बेटे परमिंदर सिंह ढींडसा उनके साथ कई मौकों पर नजर आए और हाल के समय में उनके धार्मिक कार्यों में भी शामिल रहे। सुखदेव सिंह ढींडसा की विरासत और उनके योगदान को पंजाब की जनता हमेशा याद रखेगी।
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