पटियाला, 12 मार्च : पंजाबी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. कर्मजीत सिंह ने कहा कि पंजाब की संगीत परंपरा पंजाबियों की पहचान है और यह हमारी आम शिक्षा का हिस्सा होनी चाहिए। आज पंजाबी यूनिवर्सिटी के सैनेट हाल में पंजाब की संगीत परंपरा बारे अंतराषर््ट्रीय कान्फ्रेंस के उद्घाटनी सैशन मौके अपने भाषण में प्रो. कर्मजीत सिंह ने कहा कि मनुष्य की प्रथामिकता मन की शान्ति है और मन की शान्ति में संगीत अहम भूमिका निभाता है। प्रो. कर्मजीत सिंह ने कहा कि पंजाब की महान संगीत परंपरा को संभालना इस समय का अहम कार्य है। उन्होंने कहा कि संगीत का किसी भी व्यक्ति के मन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इस कारण बच्चों को संगीत बारे जागरूक करने की जरूरत है। पंजाबी यूनिवर्सिटी के संगीत विभाग की तरफ से पंजाब कला परिषद चंडीगढ़ के सहयोग के साथ करवाई जा रही तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस का मुख्य- सुर भाषण डा. निरा ग्रोवर ने दिया। उन्होंने कहा कि 1947 के बंटवारो का पंजाबी संगीत पर बुरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने पंजाब के संगीत घरानों के हवाले के साथ पंजाबियों के स्वभाव बारे टिप्पणी करते कहा कि पंजाबियों को इनकी बहादुरी के साथ- साथ सूक्ष्म और कोमल कलाओं की समझ के तौर पर भी जाना जा सकता है। पाकिस्तान से आनलाइन विधि के द्वारा जुड़े विशेष मेहमान डा. नाबीला रहमान ने पंजाबी संगीत की विश्व स्तरीय पहचान के हवाले के साथ संगीत बारे टिप्पणी करते कहा कि आवाज और खुश्बू को रोका नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि संगीत और इस साथ जुड़े अकादमिक कामों की बेहतरी के लिए दोनो पंजाबों के शैक्षिक और खोज संस्थानों को संस्थात्मक स्तर पर सांझ कायम करते यत्न करने चाहिएं। विशेष मेहमान के तौर पर उपस्थित हुए प्रसिद्ध लोक गायक पम्मी बाई ने इस मौके बोलते पंजाबी यूनिवर्सिटी के उन पांच विशेष प्रोजेक्टों बारे विशेष तौर पर जिक्र किया।
पंजाबी यूनिवर्सिटी में इंटर- होस्टल खेल मुकाबले करवाए गए
पंजाबी यूनिवर्सिटी के नारी अध्ययन केंद्र की तरफ से डायरैक्टोरेट आफ स्पोर्टस और डीन विद्यार्थी भलाई दफ्तर के सहयोग साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित एक दिवसीय इंटर- होस्टल खेल मुकाबले करवाए गए जिसमें लड़कियों के होस्टलों से छात्राओं ने शिरकत की। रजिस्ट्रार डा. संजीव पुरी, वित्त इंचार्ज डा. प्रमोद अग्रवाल और डायरैक्टर योजना और निरीक्षण डा. जसविन्दर सिंह बराड़ की तरफ से इन खेल मुकाबलों का अगाज करवाया गया। इस मुकाबले में लैमन स्पून रेस, सैक रेस, मटकी रेस, हर्डल रेस, तीन टांगों की रेस आदि मुकाबले करवाए गए। डीन अकादमिक मामले, प्रोफैसर नरिन्दर कौर मुल्तानी की तरफ से इन मुकाबलों में जीतने वाली छात्राओं को इनाम बांटे गए।