दुशांबे, 04 फ़रवरी 2025: ताजिकिस्तान में एक जेल में सोमवार को इस्लामिक स्टेट (ISIS-K) से जुड़े कैदियों द्वारा भागने की कोशिश के दौरान एक गंभीर घटना सामने आई। कैदियों ने जेल गार्ड पर चाकुओं से हमला कर दिया जिसमे इस्लामिक स्टेट के कम से कम पांच कैदियों की मौत हो गई । यह घटना ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे से लगभग 20 किमी (12 मील) पूर्व स्थित दंड कॉलोनी में हुई, जहां कैदियों ने जेल से भागने की कोशिश की।
5 ISIS-K के आतंकवादी मारे गए
जेल प्रशासन के अनुसार, नौ कैदियों ने जेल गार्डों पर हमला किया, जिसमें उनका मुख्य उद्देश्य जेल से फरार होना था। यह हमला ताजिकिस्तान में प्रतिबंधित इस्लामिक स्टेट और जिहादी सलाफी आंदोलन से जुड़े आरोपियों द्वारा किया गया था। ताजिक कानून प्रवर्तन ने बताया कि इस हमले में कम से कम तीन जेल गार्ड गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि जेल प्रशासन के प्रमुख को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर कई अपुष्ट वीडियो भी सामने आए, जिनमें खून से लथपथ मृत कैदी नजर आए। एक वीडियो में एक कैदी इस्लामिक स्टेट का झंडा पहने हुए दिख रहा था, जबकि कुछ समय के लिए जेल की छत पर भी ISIS का ध्वज फहराता हुआ देखा गया।
मध्य एशिया के विशेषज्ञ आंद्रेई सेरेन्को के अनुसार, यह घटना इस्लामिक स्टेट के समर्थकों द्वारा जेल से भागने की एक गंभीर कोशिश को दर्शाती है। हालांकि, किसी भी आतंकवादी समूह ने इस दंगे की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जेल में हुई इस हिंसक घटना ने ताजिकिस्तान के अंदर सुरक्षा के मसले को फिर से उजागर कर दिया है। ताजिकिस्तान एक गरीब पूर्व सोवियत गणराज्य है, जहां की 10 मिलियन आबादी मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम है।
स्थानीय अभियोजक कार्यालय ने इस मामले में आपराधिक जांच शुरू कर दी है, और घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी इकट्ठा करने की प्रक्रिया जारी है।
ISIS-K का इतिहास और प्रभाव
ISIS-K, जो “इस्लामिक स्टेट खुरासान” के नाम से जाना जाता है, एक आतंकवादी समूह है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और उज़बेकिस्तान के कुछ हिस्सों में सक्रिय है। इसका नाम खुरासान क्षेत्र से लिया गया है, जो एक ऐतिहासिक फारसी क्षेत्र था, जिसमें ईरान और उसके आसपास के देश शामिल हैं। ISIS-K ने पिछले सालों में कई हमले किए हैं, जिसमें सामूहिक गोलीबारी और अन्य आतंकवादी घटनाएं शामिल हैं।
यह घटना ताजिकिस्तान की बढ़ती सुरक्षा चिंताओं को और भी बढ़ा देती है, जबकि सरकार ISIS-K जैसे खतरनाक आतंकवादी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है।
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