पटियाला, 2 अप्रैल 2025: नवजोत सिंह का 17वां जन्मदिन था। उसनए पंजाब के पटियाला में परिवार के साथ जश्न मनाया और एक दिन बाद अपने दोस्तों के साथ घूमने निकल गया था । लेकिन जल्द ही जश्न मातम में बदल गया क्योंकि नवजोत की जगह घर पर उनकी मौत की खबर आई।
जानिए क्या है पूरी घटना ?
25 मार्च को अपने जन्मदिन के एक दिन बाद नवजोत घर से यह कहकर निकला कि वह दोस्तों के साथ हरिद्वार जा रहा है। लेकिन बाद में उसने अपने माता-पिता को फोन करके बताया कि वह हरिद्वार नहीं गया है बल्कि घर लौट रहा है।
उसी रात पुलिस को रेलवे स्टेशन पर एक शव मिलने की सूचना मिली थी। शव पेट से दो हिस्सों में फटा हुआ मिला था। छाती पर कई कट के निशान थे। शव की पहचान नहीं हो सकी।
शव की पहचान के लिए पूरे गांव में पोस्टर लगाए
एक पुलिस अधिकारी ने बताया हमने शव की पहचान के लिए पूरे गांव में पोस्टर लगाए। इस बीच 30 मार्च को अपने बेटे की तलाश में हरजिंदर सिंह हमारे पास आया।जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि नवजोत की हत्या उसके दोस्त अमनजोत ने उसके पास मौजूद आईफोन 11 को लेकर की थी।
नवजोत का मोबाइल अमनजोत से बरामद किया गया जिसे गिरफ्तार कर किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है। सिंह परिवार को घटना के बारे में बताने वाले एक अन्य लड़के ने आरोप लगाया कि अमनजोत ने उसे अपराध में सहयोगी बनने के लिए 1,000 रुपये दिए थे। लड़के जिसकी पहचान उजागर नहीं की जा सकती। उसको कथित तौर पर अमनजोत को शव को रेलवे ट्रैक पर रखने में मदद करने के लिए धमकाया गया था।
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