पुणे में गोधरा ट्रेन नरसंहार मामले के दोषी सलीम जर्दा गिरफ्तार, चोरी के मामले में था शामिल

by The_UnmuteHindi
Godhra train Salim Jarda

पुणे, 3 फरवरी 2025: 2002 के गोधरा ट्रेन (Godhra train) नरसंहार मामले में आजीवन कारावास की सजा पाए सलीम जर्दा को महाराष्ट्र के पुणे जिले में चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। जर्दा, जो गोधरा ट्रेन नरसंहार के दोषियों में से एक था, पिछले साल 2024 में पैरोल पर जेल से बाहर आया था और बाद में फरार हो गया था। उसे 22 जनवरी को पुणे ग्रामीण पुलिस ने गिरफ्तार किया, जब वह एक चोरी के मामले में शामिल था।

गोधरा ट्रेन नरसंहार का है दोषी

सलीम जर्दा को 2002 में साबरमती एक्सप्रेस के एस-6 कोच में आग लगाने के मामले में दोषी ठहराया गया था, जिसमें 59 लोगों की जान चली गई थी। जर्दा समेत 31 अन्य आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। जर्दा 17 सितंबर 2024 को सात दिन की पैरोल पर गुजरात की एक जेल से बाहर आया था, लेकिन पैरोल की अवधि समाप्त होने के बाद वह लौटने के बजाय फरार हो गया था।

चोरी के मामले मे गिरफ़्तारी के बाद हुआ ये खुलासा

पुणे ग्रामीण पुलिस के निरीक्षक दिनेश तायडे ने बताया कि 22 जनवरी को जर्दा और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। इन लोगों पर पुणे के ग्रामीण इलाकों में कई चोरी की वारदातों में शामिल होने का आरोप था। जांच के दौरान पुलिस को यह जानकारी मिली कि जर्दा गोधरा ट्रेन (Godhra train) नरसंहार मामले में भी शामिल था। पुलिस ने बताया कि जर्दा के गिरोह ने पुणे जिले के विभिन्न स्थानों पर चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था।

पुलिस ने बताया कि सलीम जर्दा गोधरा से पुणे आया था और अपने गिरोह के साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने तीन अलग-अलग चोरी के मामलों का भी खुलासा किया है, जिनमें वह और उसके साथी शामिल थे।

इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने कहा कि गोधरा ट्रेन (Godhra train) नरसंहार के मामले में न्याय का पालन जारी रहेगा और इस तरह के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जर्दा की गिरफ्तारी के बाद अब यह जांच की जा रही है कि उसके और उसके गिरोह के अन्य सदस्य किन-किन वारदातों में शामिल थे और उन्हें किस तरह से सजा दिलाई जाएगी।

गोधरा ट्रेन (Godhra train) नरसंहार मामले में जर्दा और उसके साथियों की भूमिका ने देश को झकझोर दिया था, और अब एक बार फिर पुलिस ने इस मामले में उसकी गिरफ्तारी से यह साबित किया है कि कानून की पकड़ किसी भी आरोपी पर मजबूत रहेगी।

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