मणिपुर दौरे पर पहुंचे DGMO, भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा समीक्षा

by The_UnmuteHindi
DGMO Visit To Manipur

नई दिल्ली, 26 फ़रवरी: DGMO Visit To Manipur: भारतीय सेना के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने मणिपुर में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान राज्य की सुरक्षा स्थिति और भारत-म्यांमार सीमा पर स्थितियों का विस्तृत आकलन किया। 24 और 25 फरवरी को मणिपुर में की गई इस यात्रा में उन्होंने राज्य के प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात की और मणिपुर के सुरक्षा पहलुओं पर चर्चा की।

DGMO Visit To Manipur: मणिपुर की सुरक्षा स्थिति और समन्वित प्रयासों की समीक्षा

इस दौरे के दौरान, लेफ्टिनेंट जनरल घई ने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, राज्य सुरक्षा सलाहकार, मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक जैसे उच्च अधिकारियों से मुलाकात की। सेना ने बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य मणिपुर के लोगों के कल्याण और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए सेना और राज्य के अधिकारियों के बीच सहयोगात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना था।

DGMO Visit To Manipur: भारत-म्यांमार सीमा पर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा

इसके अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल घई ने भारत-म्यांमार सीमा (आईएमबी) पर स्थिति की व्यापक समीक्षा की और सीमा पर चल रहे बुनियादी ढांचे के विकास की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। मणिपुर में संघर्ष के बाद आई सुरक्षा चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, उन्होंने राज्य में सुरक्षा गतिशीलता का मूल्यांकन किया। मणिपुर में पिछले कुछ महीनों में उग्रवाद और जातीय संघर्षों के चलते सुरक्षा स्थिति अत्यंत संवेदनशील बनी हुई है।

मणिपुर में जातीय संघर्ष की गंभीर स्थिति

मणिपुर में मई 2023 से मैतेई समुदाय और कुकी समुदाय के बीच हिंसक संघर्ष चल रहा है, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए और हजारों लोग विस्थापित हो गए। यह संघर्ष मणिपुर के जातीय समूहों के बीच बढ़ते तनाव का परिणाम है, जिसे शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की आवश्यकता है।

भारत-म्यांमार सीमा पर म्यांमार की सेना की गतिविधियां

भारत के साथ सीमा साझा करने वाले म्यांमार में विद्रोही समूहों और म्यांमार की सेना के बीच बढ़ती हिंसा ने भारत में सुरक्षा चिंता को जन्म दिया है, खासकर मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में। इन घटनाओं से उत्पन्न होने वाले सुरक्षा निहितार्थों को लेकर भारत सरकार चिंतित है। म्यांमार के सीमावर्ती इलाकों में जारी अस्थिरता और हिंसा के कारण केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले साल जनवरी में सीमा पर बाड़ लगाने की योजना की घोषणा की थी।

सीमा प्रबंधन और सुरक्षा बुनियादी ढांचे की मजबूती पर जोर

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने इस दौरान भारतीय सेना की परिचालन तैयारियों और सीमा प्रबंधन के दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और आईएमबी पर सुरक्षा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने प्रमुख हितधारकों के साथ बातचीत के दौरान ‘सरकार के समग्र दृष्टिकोण’ पर भी चर्चा की, ताकि मणिपुर में सुरक्षा स्थिति को सामान्य किया जा सके।

म्यांमार और भारत के बीच बढ़ते सुरक्षा मुद्दे

म्यांमार भारत का एक महत्वपूर्ण रणनीतिक पड़ोसी है, जो उग्रवाद प्रभावित मणिपुर और नागालैंड जैसे राज्यों के साथ 1,640 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। म्यांमार में हिंसा और अस्थिरता के बढ़ते स्तर को देखते हुए भारत ने सीमा सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए हैं।

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