पटियाला, 10 अप्रैल : डिप्टी कमिश्नर डा. प्रीति यादव ने जिले के लोगों को तापमान बढऩे के मद्देनजर लू (हीटवेव) से बचने के लिए सावधानी इस्तेमाल करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान बढ़ सकता है, इस लिए लू से बचने के लिए जागरूकता और सावधानी बहुत जरूरी है।
लोगों को सेहत विभाग की तरफ से जारी एडवाइजरी की पालना करने की अपील करते हुए, डिप्टी कमिश्नर डा. प्रीति यादव ने कहा की टीवी, रेडियो, अखबारों आदि के द्वारा स्थानिक मौसम की खबरें की तरफ ध्यान दिया जाये। इस के अलावा, मौसम विभाग की वेबसाईट से मौसम की ताजा जानकारी प्राप्त की जा सकती है। लोगों को गंभीर गर्मी की लहर की स्थितियों में भविष्य बाणियों मुताबिक ही अपनी रोजमराह गतिविधियां बनानीं चाहिए ं हैं जिससे गर्मी के प्रकोप से बचाव जा सके।
डा. प्रीति यादव ने जोर देकर कहा कि नवजात बच्चे, बच्चों, गर्भवती औरतों, बुजुर्ग व्यक्ति, मजदूर, मोटे व्यक्ति, किसी भी किस्म की मानसिक बीमारी वाले और कम इम्युनिटी वाले व्यक्ति खास कर दिल की बीमारियां या हाईपरटैनशन से पीडि़त व्यक्तियों को एडवाइजरी की और ज्यादा सख्ती के साथ पालना करनी चाहिए क्योंकि उनको लू की लपेट में आने का खतरा ज्यादा होता है।
गर्मी से बचने के लिए क्या करें / क्या ना करें
क्या करें
* दिन के ठंडे समय दौरान बाहरी काम करो, जैसे सुबह और शाम
* हर आधे घंटे बाद पानी पियो, चाहे प्यास न हो। मिर्गी या दिल की बीमारी, गुर्दे या जिगर की बीमारी वाले लोग, जो तरल पदार्थों की सीमित खुराक लेते हैं, को पानी की मात्रा बढ़ाने से पहले डाक्टर के साथ सलाह करनी चाहिए।
* बाहर काम करते समय हल्के/ फिक्के रंग के पूरी बाजु वाले कपड़े पहनो। गर्मियों में सिर्फ सूती कपड़े पहनने की कोशिश करो
* सीधी धूप से अपने सिर को ढक्कने के लिए छाता, टोपी, तौलिया, पगड़ी या दुपट्टा इस्तेमाल करो
* धूप में काम करने वाले लोगों को शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए छांव में आराम करना चाहिए या अपने सिर पर गीला कपड़ा रखना चाहिए
* धूप में बाहर जाते समय हमेशा पानी अपने साथ रखो
* मौसमी फल और सब्जियां, जैसे तरबूज, संतरे, अंगूर, खीरे और टमाटर, खायो, क्योंकि इनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है
* आपके घर या दफ्तर में सामान या भोजन की डिलीवरी के लिए आने वाले लोगों को पानी दो
* नींबू पानी, लस्सी, नारियल पानी जैसे घरेलू पीने वाले पदार्थों का प्रयोग करो और उनका सेवन बढ़ाओ
* अपनी चमड़ी की सुरक्षा के लिए सनसक्रीम और अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए काली ऐनक लगाई जाये।
* थोड़ा सा भोजन खाओ और ज्यादा बार खाओ
* ठंडे पानी में बार- बार नहाना
* छतों पर भूसा डालना या सब्जियां उगाना तापमान कम रखता है
* यदि कसरत कर रहे हो, तो धीरे- धीरे शुरू करो और अंत में शरीर के बढ़ते तापमान के अनुकूल होने के लिए कुछ दिनों में इसको बढ़ाओ
* प्याज का सलाद और कच्चा आम नमक और जीरे के साथ खाने जैसे रिवायती उपचार गर्मी के प्रकोप को घटा सकते हैं।
क्या न करो
* नंगे पैर बाहर न जाओ, धूप में बाहर जाते समय हमेशा जुत्ते या चप्पलें डालो।
* धूप में बाहर जाने से बचो, खास कर दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच।
* गर्मियों के शिखर के समय दौरान खाना पकाने से बचो, रसोई के क्षेत्र को अच्छी तरह हवादार रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुलीं रखो।
* शराब, चाय, कोफी, और कारबोनेटिड और फालतू मीठे पीने वाले पदार्थों से बचो, क्योंकि यह वास्तव में शरीर के तरल पदार्थों को खत्म कर देते हैं।
* तले हुए भोजन से बचो, बासी भोजन न खाओ।
* बच्चों या पालतू जानवरों को तालाबन्द वाहन में न छोड़ो।
लक्षण जिन के लिए तुरंत डाक्टरी सहायता की जरूरत है
* बेचैनी, बोलने में मुश्किल, चिड़चिडा़पन, अटैकस्या, सलरड स्पीच, दौरे पडऩा आदि के साथ मानसिक संतुलन में बदलाव
* गर्म, लाल और खुश्क चमड़ी
* जब शरीर का तापमान 40 डिग्री या अधिक हो जाये
* गंभीर सिर दर्द
* चिंता, चक्कर आने, बेहोशी और हल्का सिर दर्द
* मासपेशियों की कमजोरी या एक घंटे से अधिक समय तक सिकुडऩ
* उलटियां
* दिल की धडक़ण बढऩा
* सांस चढऩा
क्या करना है
याद रखो, यदि आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिलता है, जिस के शरीर का तापमान बहुत अधिक है, जो बेहोश है, बेचैन है, या जिसको पसीना आना बंद हो गया है, तो तुरंत 104 मेडिकल हेल्पलायन पर काल करो। एंबुलेंस के आने तक, उसको छाया में लेजा कर, पंखा लगा कर, और अगर संभव हो, तो उस के शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखो। जल्दी कार्यवाही करने के साथ किसी जान बच सकती है।