नई दिल्ली – दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (DIAL) के संचालक ने गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस से वाणिज्यिक उड़ानों की अनुमति देने के खिलाफ सरकार पर कानूनी कार्रवाई की है। यह मामला 10 मार्च को दायर किया गया था, जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी।
DIAL का तर्क है कि हिंडन एयरबेस से वाणिज्यिक उड़ानों को मंजूरी मिलने से दिल्ली हवाई अड्डे की वित्तीय स्थिति पर गंभीर असर पड़ेगा, जिससे यह आर्थिक और वित्तीय रूप से अव्यवहारिक हो सकता है। कंपनी ने अदालत से इस फैसले को रद्द करने की मांग की है।
दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या और वित्तीय संकट
दिल्ली हवाई अड्डा देश के सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक है। वर्ष 2023 में लगभग 73.6 मिलियन यात्री यहां से यात्रा कर चुके हैं। लेकिन उच्च सरकारी शुल्क और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण इसे 21 मिलियन डॉलर (लगभग 174 करोड़ रुपये) का घाटा उठाना पड़ा।
दूसरी ओर, हिंडन हवाई अड्डे से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। रविवार को, हिंडन से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या लगभग 1,400 थी, जिसकी जानकारी हिंडन के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा की गई।
हिंडन एयरबेस से उड़ानों की शुरुआत और विवाद
हिंडन एयरबेस को शुरुआत में 2017 में भारत सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना (UDAN) के तहत अस्थायी रूप से दिल्ली हवाई अड्डे के एक विस्तार के रूप में इस्तेमाल किया गया था। यह योजना छोटे शहरों को हवाई संपर्क से जोड़ने के लिए शुरू की गई थी।
हाल ही में मीडिया रिपोर्टों में यह सामने आया है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मार्च में हिंडन एयरबेस से वाणिज्यिक उड़ानों का संचालन शुरू किया। DIAL का कहना है कि यह फैसला अनुचित है और इससे दिल्ली हवाई अड्डे की आर्थिक स्थिरता प्रभावित होगी।
DIAL द्वारा कानूनी कार्रवाई किए जाने की खबर सामने आने के बाद GMR एयरपोर्ट्स के शेयरों में 0.7 प्रतिशत तक की गिरावट आई। DIAL ने अदालत से अनुरोध किया है कि सरकार द्वारा हिंडन एयरबेस से वाणिज्यिक उड़ानों की दी गई मंजूरी को तुरंत रद्द किया जाए।
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