नई दिल्ली, 04 अप्रैल: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने इंटरपोल की मदद से दो फरार अपराधियों, सुहैल बशीर और तौफिक नजीर खान, को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से भारत लाने में कामयाबी हासिल की है। ये दोनों लंबे समय से भारत के अलग-अलग राज्यों की पुलिस की वांटेड लिस्ट में शामिल थे।
CBI की इंटरनेशनल पुलिस कोऑपरेशन यूनिट (आईपीसीयू) ने अबू धाबी की नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (एनसीबी) और केरल पुलिस के साथ मिलकर सुहैल बशीर को 2 अप्रैल 2025 को भारत लाया। केरल पुलिस की टीम उसे कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लेकर पहुंची। सुहैल पर केरल के एर्नाकुलम जिले के मुवाटुपुझा थाने में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का आरोप है। उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज है और वह फरार चल रहा था। सीबीआई ने 2 दिसंबर 2024 को इंटरपोल से उसके लिए रेड नोटिस जारी करवाया था।
दूसरी तरफ, सीबीआई की आईपीसीयू यूनिट ने अबू धाबी की एनसीबी के साथ मिलकर तौफिक नजीर खान को भी यूएई से भारत वापस लाने में सफलता पाई। तौफिक गुजरात के मेहसाणा जिले के बावलू थाने में दर्ज एक मामले में वांटेड था। उस पर धोखाधड़ी और साजिश के जरिए जालसाजी का इल्जाम है। उसके खिलाफ 25 फरवरी 2025 को इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था। 2 अप्रैल 2025 को उसे भी कोचीन एयरपोर्ट लाया गया और गुजरात पुलिस को सौंप दिया गया।
सीबीआई भारत में इंटरपोल के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो की भूमिका निभाती है और इंटरपोल सिस्टम के जरिए देश की सभी एजेंसियों की मदद करती है। इंटरपोल का रेड नोटिस दुनियाभर की पुलिस को भेजा जाता है, ताकि फरार अपराधियों को पकड़ा जा सके। पिछले कुछ सालों में इस तरह 100 से ज्यादा अपराधियों को भारत लाया जा चुका है।
ये भी देखे: Waqf Bill: वक्फ बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई पहली याचिका