चंडीगढ़, 19 अगस्त 2025: तेज बारिश के कारण रावी नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। नदी का पानी उज्ज नदी में डायवर्ट किया गया, लेकिन इसके बावजूद जलस्तर खतरे के निशान से नीचे नहीं आ रहा। सोमवार सुबह 9 बजे डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी अपनी टीम के साथ अजनाला और रावी नदी के किनारे पहुंचीं। उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया कि प्रशासन 24 घंटे उनके साथ है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं।
डीसी ने घोनेवाला, चंडीगढ़ पोस्ट, कमालपुर और कोट राजदा गांवों का दौरा किया। उन्होंने बताया कि जलस्तर कम होने से रावी में पानी का बहाव बढ़ा है, जिससे अजनाला और रमदास इलाकों में पानी का स्तर पहले से ज्यादा है। हालांकि, पानी आगे बह रहा है, इसलिए अभी बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। फिर भी, सतर्कता बरतने की जरूरत है और इसके लिए टीमें रात से ही तैनात हैं।
उन्होंने कहा कि नदी के कमजोर तटों को मजबूत किया जा रहा है। घोनेवाला में अगर जरूरत पड़ी तो लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की व्यवस्था भी तैयार है। वर्तमान में नदी में 1.40 लाख क्यूसेक पानी है, जो खतरे के स्तर से काफी कम है।
ये भी देखे: भारत का पाक पर वॉटर स्ट्राइक, चिनाब नदी पर सलाल बांध के 5 गेट खोले