पटना , बिहार, 22 जनवरी 2025 : केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी( Jitan Ram Manjhi) ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपने कैबिनेट पद से इस्तीफा देने की धमकी दी।
प्रेशर पॉलिटिक्स करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कर दी 40 सीटों की मांग :
मांझी ने मुंगेर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “हमें झारखंड और दिल्ली में कुछ नहीं मिला। कहा जा सकता है कि मैंने कोई मांग नहीं की। लेकिन क्या यह न्याय है? मुझे नजरअंदाज किया गया क्योंकि उन राज्यों में मेरी कोई स्थिति नहीं थी। इसलिए हमें बिहार में अपनी ताकत साबित करनी होगी।”
रामायण की एक चौपाई का उल्लेख करते हुए, जो यह दर्शाती है कि अक्सर भय से सम्मान मिलता है, 80 वर्षीय नेता ने कहा, “ऐसा लगता है कि मुझे कैबिनेट से इस्तीफा देना होगा।”
हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा, “कुछ लोग कह सकते हैं कि मैं एनडीए( NDA) से लड़ रहा हूं। लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विद्रोह का सवाल ही नहीं उठता। मैं एक निवेदन कर रहा हूं, टकराव नहीं।”
मांझी, जो अपनी पार्टी के एकमात्र सांसद हैं और जिनके पास 243 सदस्यीय विधानसभा में चार विधायक हैं, ने यह भी खुलासा किया कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के लिए “40 सीटें” चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “यदि हमारी पार्टी 20 सीटें भी जीतती है, तो हम अपनी मांगें पूरी करा सकेंगे।” पूर्व मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि वह कोई व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा नहीं रख रहे हैं, बल्कि ‘भुईंया-मुसहर’ दलित समुदाय, जिससे वह स्वयं आते हैं, के लिए बेहतर सौदे की मांग कर रहे हैं।
मांझी ने यह भी कहा कि राज्य में नीतीश कुमार सरकार, जिसमें उनके पुत्र संतोष सुमन मंत्री हैं, ने कई अच्छे कार्य किए हैं, लेकिन उनके मुख्यमंत्री पद के दौरान दलित वर्गों से किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।
लगातार आ रहे है ऐसे बयान :
हाल के दिनों में यह दूसरा अवसर है जब मांझी ने एनडीए के प्रति अपनी असंतुष्टि सार्वजनिक रूप से व्यक्त की है। रविवार को जहानाबाद में उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी को दिल्ली और झारखंड में “धोखा” मिला है।
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