प्रयागराज, उत्तर प्रदेश , 21 जनवरी 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बुधवार को महाकुंभ के अवसर पर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में प्रयागराज, चित्रकूट और अन्य धार्मिक स्थलों के विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। राज्य सरकार ने इन परियोजनाओं के लिए धन जुटाने के उद्देश्य से बांड जारी करने का भी निर्णय लिया है।
लिए कई महत्वपूर्ण फैसले :
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में सतत विकास के लिए एक विशेष विकास क्षेत्र बनाया जाएगा। इसके बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज को मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर से जोड़ेगा और अंत में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने हाथरस, कासगंज और बागपत में 62 नए आईटीआई और इनोवेशन सेंटर खोलने की घोषणा की है। साथ ही इन जिलों में मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किए जाएंगे।

Via Yogi Adityanath’s X Handle
बैठक के बाद, मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सभी 54 सदस्य संगम में पवित्र डुबकी लगाकर इस अवसर को यादगार बनाया। यह दूसरा मौका है जब योगी आदित्यनाथ ने संगम में कैबिनेट बैठक की। इससे पहले 2019 में कुंभ मेले के दौरान भी उन्होंने अपने मंत्रियों और संतों के साथ संगम में स्नान किया था।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया:
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार की इस पहल पर निशाना साधते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों का राजनीतिकरण करना गलत है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी बार-बार धार्मिक आयोजनों का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करती है। अखिलेश ने यह भी दावा किया कि राज्य में बीजेपी सरकार वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करने का प्रयास कर रही है।
निष्कर्ष:
योगी सरकार द्वारा धार्मिक स्थलों के विकास की यह पहल महाकुंभ के महत्व को और बढ़ा रही है। हालांकि, विपक्ष इसे राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित बता रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का जनता पर कैसा प्रभाव पड़ता है।
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