पटियाला में तेज हवाएं और ओलावृष्ठि ने किसानों की हालत की तरसयोग
– 36 एम.एम. हुई बरसात, पारा 23 डिग्री रहा
– दोबारा पटियालवियों को करवाया ठंडक का एहसास
पटियाला, 1 मार्च : मौसम के बदले मिजाज के कारण गत दो दिनों से पड़ रही बारिश ने जहां एक बार फिर ठंड का एहसास करवा दिया है, वहां आज पड़ी भरवी बारिश और ओलावृष्ठि ने किसानों की हालत पूरी तरह तरसयोग कर दी है और किसानों का भारी नुकसान हुआ है, जिसके साथ किसानों की चिंताओं में वृद्धि हो गई है। बरसात और ओलावृष्ठि ने साउनी की मुख्य फसल गेहूं सहित सब्जियां व अन्य फसलों का नुकसान किया है। किसानों अनुसार गढेमारी के कारण गेहूं का झाड़ घटना तय है, जिसके साथ किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान होगा।
पिछले कई दिनों से तापमान ऊंचा चल रहा था और बरसात होने साथ पारा कई डिग्री नीचे आ गया है। शुक्रवार को पटियाले का अधिक से अधिक तापमान 23 डिगरी दर्ज किया गया जब कि कम से कम तापमान 16 डिगरी रहा। शुक्रवार देर शाम तक 36 एमएम बारिस हुई, जो कि सब से अधिक दर्ज की गई। कृषि विभाग अनुसार पड़ी बरसात के साथ चाहे कोई नुकसान नहीं हुआ था परन्तु यदि और ज़्यादा बरसात होती है तो नुकसान हो सकता है।
इस सम्बन्धित बातचीत करते किसान नेता जत्थेदार बूटा सिंह शादीपुर ने बताया कि पिछले दिनों हुई बरसात और चली तेज हवाओं के साथ उन की गेहूं की फसल गिर गई थी और आज पड़ी औला वृष्टियों के साथ और नुकसाान होने का खदशा बन गया है। उन्होंने बताया कि तेज बारिश के साथ साथ चली तेज हवाओं के साथ रहती गेहूँ भी धरती के साथ बिछ गई है और बारिश का पानी फसल के ऊपर से निकलने के कारण बनने वाले दाने खराब होने का डर भी सताने लगा है।
बारिश संबंधी जानकारी ली जा रही है : मुख्य कृषि अफसर
इस सम्बन्धित बातचीत करते मुख्य कृषि अधिकारी डा. जसविन्दर सिंह ने बताया कि अभी तक आईं रिपोर्टों में चाहे नुकसान का खदशा कम है परन्तु अभी बारिश हो रही है और कल तक आईं रिपोर्टों उपरांत ही सही अनुमान लगाया जा सकता है। उनहोंने कहा कि जब दाना बन कर पकने की तरफ जाता है और यदि उस समय गड़ेमारी हो तो नुकशान होता है परन्तु अभी गेहूं दाना बनने की स्टेज पर हैं, जिस कारण नुकशान कम होने का अनुमान है।
पटियाला में तेज हवाएं और ओलावृष्ठि ने किसानों की हालत की तरसयोग
36 एम.एम. हुई बरसात, पारा 23 डिग्री रहा
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