बादल फटने के बाद हिमाचल में अब भूकंप के झटके
24 घंटे के अंदर दूसरी बार हिली धरती
लाहौल-स्पीति में था केंद्र बिंदु
हिमाचल प्रदेश : हिमाचल प्रदेश के 3 जिलों (शिमला, कुल्लू, मंडी) में बादल फटने और बाढ़ आने से भयावह तबाही हुई है। कुदरत के कहर ने कई लोगों की जान ले ली है। वहीं इस भारी आपदा के बीच हिमाचल में भूकंप के झटके भी महसूस किए गए हैं। शुक्रवार सुबह 24 घंटे के अंदर दूसरी बार हिमाचल में भूकंप के झटके लगे। हालांकि, इस भूकंप से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। क्योंकि भूकंप की तीव्रता कम थी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, हिमाचल के लाहौल-स्पीति में भूकंप का केंद्र रहा। शुक्रवार सुबह 9 बजकर 45 मिनट के आसपास भूकंप के झटके महसूस किए गए। जमीन के अंदर इसकी गहराई 5 किलोमीटर थी। वहीं इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 3.2 मापी गई। इससे पहले 1 अगस्त की दोपहर 1 बजकर 11 मिनट के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। लाहौल-स्पीति में ही भूकंप का केंद्र रहा था। बता दें कि, भूकंप वैज्ञानिक इस तीव्रता के भूकंप को मामूली भूकंप मानते हैं जिससे क्षति होने की संभावना नहीं होती है। बीते बुधवार की रात हिमाचल के 3 जिलों (शिमला, कुल्लू, मंडी) में बादल फटने के बाद बाढ़ आने से भीषण तबाही में कई घर-मकान और इमारतों को भारी नुकसान पहुंचा। साथ ही 50 से ज्यादा लोग लापता हो गए। अब तक 40 से ज्यादा लापता लोगों की तलाश जारी है। तलाश के लिए टीमें राहत-बचाव कार्य लगातार कर रहीं हैं। इस बीच रेसक्यू ऑपरेशन के दौरान मलबे में लोगों के शव मिल रहे हैं। अब तक सात के करीब लोग आपदा में मारे जा चुके हैं। कुदरती आपदा के बीच लोगों की सहायता के लिए हिमाचल सरकार और प्रशासन की तरफ से कंट्रोल सेंटर बनाकर हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। हिमाचल प्रदेश में कुदरत का भारी कहर बरपा है और जनजीवन बेहाल हो गया है। प्रदेश में भारी बारिश के बीच जहां एक ओर लैंडस्लाइड की घटनाओं से लोगों की जान पर आफत पड़ी है तो वहीं बादल फटने और बाढ़ आने से लोग अपनी जान गवां दे रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि, राहत-बचाव कार्य जोरों पर है। सभी प्रशासनिक अधिकारी भी बचाव कार्य में लगे हैं। मैं भी प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहा हूं। निश्चित रूप से बहुत नुकसान हुआ है। सबसे बड़ा नुकसान, हमें जो लोग छोड़कर गए हैं उनका है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनकी बॉडी को निकालने का काम किया जा रहा है। वहीं 49 के करीब लोग अभी लापता हैं। सीएम ने कहा कि, आज मौसम थोड़ा साफ हुआ है। हमारा मुख्य लक्ष्य फंसे हुए लोगों को बाहर निकालना है। सीएम ने अपील की है कि, हिमाचल में जो पर्यटक आ रहे हैं वे नदी-नालों के किनारे न जायें। सीएम ने कहा कि, मनाली में भी सड़कें टूटी है, वहां पर फ़ौरी तौर पर सड़कों को जोड़ा गया है। यह आपदा चिंता का विषय है।
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