सरस मेले में एन.जेड.सी.सी. के कलाकार करवा रहे हैं भारत की महान संस्कृति के दर्शन
– राजस्थान, हरियाना, कश्मीर, झारखंड और उत्तर प्रदेस के लोग-नाच और लोक गीत रोजाना चलाने वाले हजारों मेलियों का कर रहे है मनोरंजन
पटियाला, 18 फरवरी : डिप्टी कमिश्नर डा. प्रीति यादव के नेतृत्व में पटियाला के विरासती शीाश् महल में चल रहे सरस मेले में जहां हस्त कला शिल्पकारी की स्टालें देखने योग हैं, वहां ही भारत की महान संस्कृति को दिखाते अलग- अलग क्षेत्रों के लोक- नाच और लोक- धुनों के साथ पिरोए लोक- गीत नई पीढ़ी का जहां मनोरंजन कर रहे हैं वहां अपनी अमीर विरासत की सांझ को और पक्का करते नजर आते हैं।
सांस्कृतिक प्रोग्रामों की देख- रेख कर रहे प्रो. गुरबख्शीश सिंह अंटाल ने बताया की मेला अफसर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ( ग्रामीण विकास) अनुप्रिता जौहल की अगुवाई में रोजाना की आने वाले हजारों मेलियों का देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों द्वारा अपने लोक नाच व लोक गीत द्वारा मनोरंजन किया जा रहा है।
मेले में उत्तर भारत सांस्कृतिक केंद्र पटियाला और पंजाब सैर सपाटा और संस्कृति मामले विभाग के सहयोग के तहत राजस्थान का काल बेलिया जोकि भरतपुर, जैसलमेर व जैपुर के क्षेत्रों का मशहूर लोक नाच है। हरियाणा का फाग ओर उत्तर प्रदेश का मायुर डांस, झारखंड का छावं, कश्मीर का रुफ और पंजाब के भंगड़ा, लुडी तथा शम्मी लोक नाच मेले में आए मेलियों को लोक साजों पर थिरकने के लिए मजबूर कर देते हैं। इस मौके मंच संचालक संजीव साद द्वारा अपनी शायरी व लोक नाचों के पिछोकड़ बारे मेलियों को जानकारी उपलब्ध करवाई जाती है।
मेले दौरान उत्तर भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के सहायक डायरेक्टर रविन्द्र शर्मा और जिला बाल विकास और संभाल अफसर डा. शायना कपूर, रूपवंत कौर और प्रो. गुरबख्शीश सिंह अंटाल की तरफ से सांस्कृतिक प्रोग्रामों के द्वारा मित्रों को भारत की महान सांस्कृतिक विरासत के दर्शन करवाए जा रहे हैं।
सरस मेले में एन.जेड.सी.सी. के कलाकार करवा रहे हैं भारत की महान संस्कृति के दर्शन
राजस्थान, हरियाना, कश्मीर, झारखंड और उत्तर प्रदेस के लोग-नाच और लोक गीत रोजाना चलाने वाले हजारों मेलियों का कर रहे है मनोरंजन
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