नई दिल्ली, 19 नवंबर : बांग्लादेश में कुछ महीने पहले हुए प्रदर्शनों में सैकड़ों लोगों की मौत के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके सहयोगियों पर मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप लगे। तीन सदस्यीय ‘इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल’ के प्रमुख न्यायाधीश गुलाम मुर्तजा मजूमदार ने सोमवार को पुलिस से इस बारे में जानकारी ली कि देश की सुरक्षा एजेंसियों ने हसीना और उनके करीबी लोगों को गिरफ्तार करने के लिए क्या कदम उठाए। बांग्लादेश में एक विशेष न्यायाधिकरण ने जांचकर्ताओं से अपदस्थ पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ जांच एक महीने तक पूरी करने को कहा है। अभियोजकों ने जांच के लिए और समय मांगा था। हसीना यहां छात्रों की अगुवाई में हुए प्रदर्शनों के बीच बांग्लादेश छोडक़र पांच अगस्त को भारत पहुंच गई थीं और तभी से निर्वासन में रह रही हैं। ढाका स्थित ‘इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल’ ने 17 अक्तूबर को हसीना और 45 अन्य लोगों के लिए वारंट जारी किया था, जिनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री, सलाहकार और सैन्य एवं प्रशासनिक अधिकारी शामिल हैं।
बांगलादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री खिलाफ जांच एक माह तक पूरी करने को कहा
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