करीब 2.5 लाख सदस्यों के साथ, शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला में सफलतापूर्वक सदस्यता अभियान पूरा किया: गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना

करीब 2.5 लाख सदस्यों के साथ, शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला में सफलतापूर्वक सदस्यता अभियान पूरा किया: गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना

करीब 2.5 लाख सदस्यों के साथ, शिरोमणि अकाली दल ने पटियाला में सफलतापूर्वक सदस्यता अभियान पूरा किया: गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना
जिसे कभी उन्होंने बेनकाब किया, आज उसके साथ कैसे खड़े हो सकते हैं ज्ञानी हरप्रीत सिंह? – सरबजीत सिंह झिंजर का सवाल
पटियाला, 22 फरवरी : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने पटियाला जिले में अपना व्यापक सदस्यता अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिसमें लगभग 2.5 लाख नए सदस्य जोड़े गए हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, शिरोमणि अकाली दल के महासचिव गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना और युवा अकाली दल के अध्यक्ष सरबजीत सिंह झिंजर ने पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्ठा की सराहना की और महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाया।
गुरप्रीत सिंह राजू खन्ना ने उन असंतुष्ट नेताओं की कड़ी आलोचना की, जिन्होंने सदस्यता अभियान को फर्जी बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह संपूर्ण प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ संपन्न हुई है। उन्होंने दोहराया कि शिरोमणि अकाली दल मजबूती से खड़ा है और यह सदस्यता अभियान इसकी अटूट ताकत का प्रमाण है। उन्होंने इस अभियान की सफलता में योगदान देने वाले सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि पार्टी चढ़दीकला में आगे बढ़ रही है। पटियाला जिले में सदस्यता अभियान के पर्यवेक्षक रहे सरबजीत सिंह झिंजर ने भी पटियाला जिले के विभिन्न हलकों के नेताओं द्वारा किए गए परिश्रम की सराहना की, जिसके चलते यह अभियान सफल हुआ।

सरबजीत झिंजर ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हालिया कदमों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने हलका सनौर में प्रेम सिंह चंदूमाजरा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह की आलोचना की और उनके रुख में विरोधाभास की ओर इशारा किया। उन्होंने जनता को याद दिलाया कि यही प्रेम सिंह चंदूमाजरा और बीबी जागीर कौर श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष झूठ बोल चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि 2 दिसंबर की सुनवाई के दौरान चंदूमाजरा ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह से बहस की थी और राम रहीम को दी गई माफी में अपनी भूमिका से इनकार किया था, लेकिन ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने प्रमाणों के साथ उनकी असलियत उजागर की थी। उन्होंने सवाल किया कि जिस व्यक्ति को कभी उन्होंने झूठा साबित किया, आज उसी के साथ मंच कैसे साझा कर सकते हैं और उससे सम्मान कैसे स्वीकार कर सकते हैं? उन्होंने पूछा कि क्या ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने निजी राजनीतिक स्वार्थों के कारण चंदूमाजरा को क्लीन चिट दे दी, जबकि उन्होंने सिख समुदाय के साथ धोखा किया था?

झिंजर ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे लोगों को जवाबदेह ठहराने के बजाय राजनीतिक लाभ के लिए उनके साथ खड़े होना चुना। उन्होंने सवाल किया कि श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार कैसे उन लोगों के साथ खड़े हो सकते हैं, जिन्होंने कभी सिख कौम को धोखा दिया था? उन्होंने ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा हाल ही में श्री अकाल तख्त साहिब की तुलना आरएसएस से करने वाले बयान की भी कड़ी निंदा की और इसे सिख भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाने वाला बताया।

उन्होंने यह भी कहा कि पटियाला जिले के सनौर दौरे के दौरान ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने वहां की असली समस्याओं जैसे नशे, अवैध खनन, शराब माफिया और सरपंच चुनावों में भ्रष्टाचार पर कोई बात नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने इन गंभीर मुद्दों को नजरअंदाज कर केवल शिरोमणि अकाली दल पर हमला करने पर ही ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि यह अब केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि सच और झूठ की लड़ाई बन चुकी है और पार्टी इस पर चुप नहीं बैठेगी।

झिंजर ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा राघव चड्ढा की शादी में शामिल होने को यह कहकर सही ठहराने पर भी सवाल उठाया कि उनके बच्चे प्रियंका चोपड़ा से मिलना चाहते थे। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार को सिख गुरुओं, उनकी शिक्षाओं और बलिदानों की बात करनी चाहिए, न कि बॉलीवुड हस्तियों की। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान सिख कौम की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाते हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस का समापन करते हुए झिंजर ने कहा कि अब जब ज्ञानी हरप्रीत सिंह राजनीति में उतर चुके हैं, तो उन्हें अपने कार्यों और बयानों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।

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