नई दिल्ली, 13 मार्च 2025: 16 मार्च को भारत में आयोजित होने वाले एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सम्मेलन की अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल करेंगे। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने के नए तरीकों पर चर्चा करना है।
वैश्विक खुफिया प्रमुखों का समागम
सम्मेलन में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, न्यूजीलैंड और अन्य मित्र देशों के प्रमुख खुफिया अधिकारियों के शामिल होने की संभावना है। इस सम्मेलन में लगभग 20 देशों के सुरक्षा और खुफिया संगठनों के प्रमुख और उप प्रमुख एकत्र होंगे। यह सम्मेलन वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों का सामूहिक समाधान ढूंढने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
मुख्य वैश्विक खुफिया अधिकारी होंगे शामिल
इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड, कनाडाई खुफिया प्रमुख डैनियल रोजर्स और ब्रिटेन के एमआई6 प्रमुख रिचर्ड मूर जैसे वैश्विक खुफिया अधिकारियों का एक समूह भी भारत में पहुंचेगा। ये खुफिया प्रमुख सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श करेंगे और आतंकवाद, अंतरराष्ट्रीय अपराधों, और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।
तुलसी गबार्ड इस सम्मेलन के अलावा रायसीना डायलॉग में भी भाग लेंगी, जहां वह भारतीय और वैश्विक सुरक्षा मामलों पर विचार प्रस्तुत करेंगी। इसके अतिरिक्त, वह NSA अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगी। इस दौरान, दोनों देशों के बीच इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के विषय पर चर्चा की संभावना है। गबार्ड 15 मार्च को थाईलैंड से भारत के लिए रवाना होंगी।
सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा, खुफिया प्रमुख रूस-यूक्रेन युद्ध, पश्चिम एशिया में चल रहे संघर्षों, और डिजिटल स्पेस में बढ़ते अपराधों पर भी चर्चा करेंगे। इन मुद्दों के समाधान के लिए वैश्विक सहयोग की आवश्यकता को सभी खुफिया प्रमुखों द्वारा प्रमुख रूप से रेखांकित किया जाएगा।
ये भी देखे: इसरो का स्पैडेक्स मिशन सफल, भारत बना चौथा देश जिसने अंतरिक्ष डॉकिंग हासिल की