प्रयागराज में महाकुंभ समापन के बाद 15 दिवसीय विशेष सफाई अभियान की शुरुआत

प्रयागराज 28 फ़रवरी: उत्तर प्रदेश सरकार ने 26 फरवरी 2025 को महाकुंभ समापन के बाद 15 दिवसीय विशेष सफाई अभियान की शुरुआत की। इस सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ मेला क्षेत्र की पवित्रता और स्वच्छता को बनाए रखना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 45 दिनों तक चले इस आयोजन के दौरान सफाई कर्मियों के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित किया और अधिकारियों को मेला क्षेत्र की सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

महाकुंभ सफाई अभियान: आकांक्षा राणा की अगुवाई में सफाई अभियान

महाकुंभ मेला के समापन के बाद, विशेष अधिकारी आकांक्षा राणा की अगुवाई में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में ‘स्वच्छता मित्र’ और ‘गंगा सेवा दूत’ सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य संगम घाटों, मेला मैदान की सड़कों, और स्थायी एवं अस्थायी बुनियादी ढांचे की सफाई करना है।

स्वच्छ महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया हिस्सा

सरकार के बयान के अनुसार, महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को देखते हुए, 15,000 से अधिक सफाई कर्मचारियों और 2,000 गंगा सेवा दूतों ने पूरे आयोजन में स्वच्छता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

स्वच्छता प्रयासों की निरंतरता

महाकुंभ के समापन के बाद भी, मुख्यमंत्री ने प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में निरंतर स्वच्छता प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि त्योहार के बाद यहां आने वाले तीर्थयात्रियों को स्वच्छ और पवित्र वातावरण का अनुभव हो।

महाकुंभ सफाई अभियान: अस्थायी शौचालयों और अन्य बुनियादी ढांचों का निस्तारण

विशेष सफाई अभियान के तहत, महाकुंभ के लिए बनाए गए 1.5 लाख अस्थायी शौचालयों को नष्ट किया जाएगा। इसके अलावा, आयोजन के दौरान उत्पन्न होने वाले सभी कचरे को व्यवस्थित रूप से संसाधित किया जा रहा है, और नैनी के बसवार संयंत्र में उनका निपटान किया जा रहा है। शहरी और ग्रामीण जल निगम द्वारा बिछाई गई अस्थायी पाइपलाइनों, बिजली विभाग द्वारा लगाई गई स्ट्रीट लाइटों तथा संतों और कल्पवासियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले टेंटों और मंडपों को भी सफाई अभियान के तहत हटाया जा रहा है।

महाकुंभ के बाद सफाई बनाए रखना: सरकार का महत्वपूर्ण कदम

यह विशेष सफाई अभियान महाकुंभ की समग्र सफाई और पवित्रता को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस पहल से न केवल मेला क्षेत्र की स्वच्छता सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि भविष्य में यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक साफ-सुथरा और दिव्य अनुभव भी संभव होगा।

 ये भी देखे: गुजरात में POCSO मामलों में सात बलात्कारियों को आजीवन कारावास

Related posts

पंजाब बजट 2025: 21 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा बजट सत्र, 26 मार्च को पेश होगा बजट

दिल्ली: कनॉट प्लेस के रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग, छह लोग घायल

46 साल बाद संभल के कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली का उत्सव