तेलंगाना में सुरंग ढहने से फंसे लोगों को बचाने के लिए कार्य जारी
बचने की संभावना बहुत कम लेकिन बचाव कार्य जारी
हैदराबाद, 24 फरवरी : तेलंगाना में सुरंग ढहने के कारण उसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए बचाव कार्य जोरों के साथ जारी है। अधिकारियों ने कहा कि लोगों के बचने की संभावना अब ‘‘बहुत कम है, हालांकि उन तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर तेलंगाना के मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव ने भी इसको लेकर बयान दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में उत्तराखंड में ‘सिल्कयारा बेंड-बरकोट’ सुरंग में फंसे निर्माण श्रमिकों को बचाने वाले ‘‘रैट माइनर्स (हाथ से पर्वतीय क्षेत्रों की खुदाई करने में महारत रखने वाले व्यक्ति) की एक टीम लोगों को निकालने के लिए बचाव दल में शामिल हो गई है। उन्होंने यह भी बताया कि 2023 में उत्तराखंड में ‘सिल्कयारा बेंड-बरकोट’ सुरंग में फंसे निर्माण श्रमिकों को बचाने वाले रैट माइनर्स की एक टीम लोगों को निकालने के लिए बचाव दल में शामिल हो गई है। मंत्री ने कहा कि फंसे हुए लोगों को बचाने में कम से कम तीन से चार दिन लगेंगे, क्योंकि दुर्घटना स्थल कीचड़ और मलबे से भरा हुआ है जिससे बचाव दल के लिए यह एक मुश्किल काम बन गया है।
सरंग में भरा पानी और कीचड़
मंत्री राव ने कहा कि ईमानदारी से कहूं तो उनके बचने की संभावना बहुत, बहुत, बहुत, बहुत कम है क्योंकि मैं खुद उस अंति छोर तक गया था जो दुर्घटना स्थल से लगभग 50 मीटर दूर था। जब हमने तस्वीरें लीं तो सुरंग का अंत दिखाई दे रहा था और नौ मीटर के व्यास वाली सुरंग में लगभग 30 फुट में से 25 फुट तक कीचड़ जमा हो गया है। उन्होंने कहा, जब हमने उनके नामों को पुकारा, तो कोई जवाब नहीं मिला… इसलिए हम ऐसा मानकर चल रहे है कि उनके बचने की संभावनाएं बहुत ही कम हैं।
तेलंगाना में सुरंग ढहने से फंसे लोगों को बचाने के लिए कार्य जारी
तेलंगाना में सुरंग ढहने से फंसे लोगों को बचाने के लिए कार्य जारी