शिक्षा नीति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने किया पलटवार

शिक्षा नीति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने किया पलटवार

शिक्षा नीति को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने किया पलटवार
तमिलनाडु में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लेकर छिड़ी बहस
नई दिल्ली, 7 मार्च : शिक्षा नीति को लेकर स्टालिन के लगातार हमलों के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है। बता दें कि तमिलनाडु में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लेकर बहस छिड़ी है। कथित तौर पर तीसरी भाषा थोपे जाने को लेकर चल रही बहस भाजपा और सत्तारूढ़ डीएमके के बीच राजनीतिक जंग में बदल गई है। स्टालिन के लगातार हमलों के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि स्टालिन को अब राज्य में तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा शुरू करनी चाहिए। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पर हिंदी थोपे जाने को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कांस्टेबल भर्ती में अभी तक मातृभाषा के लिए कोई जगह नहीं थी। प्रधानमंत्री मोदी ने निर्णय लिया है कि देश के युवा तमिल सहित आठवीं अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में सीएपीएफ परीक्षा दे सकेंगे।
जानिए क्या है तीन भाषा विवाद?
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020, तीन-भाषा फॉर्मूले की सिफारिश करती है। हालांकि, यह स्पष्ट रूप से कहती है कि किसी राज्य पर कोई भाषा नहीं थोपी जाएगी। इसके बावजूद, नीति को तमिलनाडु में कोई समर्थन नहीं मिला। डीएमके का तर्क है कि यहां मौजूदा दो-भाषा प्रणाली पर्याप्त है।

Related posts

पंजाब बजट 2025: 21 मार्च से 28 मार्च तक चलेगा बजट सत्र, 26 मार्च को पेश होगा बजट

दिल्ली: कनॉट प्लेस के रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग, छह लोग घायल

46 साल बाद संभल के कार्तिकेय महादेव मंदिर में होली का उत्सव