पवित्र ग्रंथ श्री रामायण जी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे; तेज़ होगा संघर्ष : धर्मप्रेमी

6 अगस्त को काले झंडे लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगा हिंदू समुदाय

by TheUnmuteHindi
पवित्र ग्रंथ श्री रामायण जी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे; तेज़ होगा संघर्ष : धर्मप्रेमी

पवित्र ग्रंथ श्री रामायण जी का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे; तेज़ होगा संघर्ष : धर्मप्रेमी
6 अगस्त को काले झंडे लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करेगा हिंदू समुदाय
न्याय में देरी के लिए पटियाला पुलिस ज़िम्मेदार!
पटियाला : समाज में अपना रुतबा रखने वाले हिंदू धर्म के लोगों की एक विशेष संयुक्त बैठक हुई। पटियाला के प्रसिद्ध भगवान श्री भूतनाथ मंदिर में आयोजित इस बैठक में सनातन धर्म को मानने वाले सभी लोग एकत्रित हुए और हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ श्री रामायण जी का अपमान करने वाले को सजा मिलने तक संघर्ष करने का ऐलान किया। 30 जुलाई को सामूहिक भूख हड़ताल की गई थी और अब भी कड़ा निर्णय लिया गया है। लोगों ने कहा कि अगर तीन दिन में पटियाला प्रशासन ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की तो तीखे प्रदर्शन किए जाएंगे। उसी घोषणा के तहत यह निर्णय लिया गया कि आगामी 6 अगस्त को सुबह ठीक 11 बजे बड़ी संख्या में हिंदू श्री रामायण जी में विश्वास रखने वाले धर्म प्रेमी इकट्ठा होंगे। उत्तरी भारत के प्राचीन प्रसिद्ध श्री काली माता मंदिर के बाहर मोटरसाइकिलों, कारों आदि पर रोष प्रदर्शन करते हुए एसएसपी दफ्तर तक जायेंगे और पुलिस प्रशासन पटियाला का पुतला फूंककर अपना विरोध जताएंगे। आज की बैठक के दौरान अगले तीखे संघर्ष की रणनीति तैयार की गई। बता दें, कि जिस पवित्र ग्रंथ श्री रामायण जी पर करोड़ों लोग विश्वास करते हैं, उसके बारे में गलत शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ऐसे कुछ पापी लोगों ने साजिश करते हुए सभी धर्मो के भाईचारे की आपसी सांझ को खतरे में डाल कर एक किताब लिखी और जिसे ऑनलाइन बेचा जा रहा है। इससे भी ज्यादा लापरवाही और नालायकी की बात यह है कि उक्त विवाद वाली किताब को शिकायतकर्ता द्वारा की शिकायत को दो साल से अधिक समय से दबा करके रखा और बार बार कहने पर भी उचित कार्रवाई नहीं की गई। एफआईआर दर्ज कराने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक वर्मा लगातार शांतिपूर्ण तरीके से इस लड़ाई को लड़ते रहे। लेकिन अब ये संघर्ष जन-जन तक पहुंचने लगा है और बड़ा रूप लेता जा रहा है। आज की बैठक में लोगों ने कहा कि अगर भविष्य में किसी कारण कोई भी स्थिति बिगड़ती है तो इसके लिए सरकार, प्रशासन और पटियाला पुलिस खुद जिम्मेदार होगी।

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