हर एक मनुष्य सुपरमैन बनना चाहता है : मोहन भागवत
झारखंड, 19 जुलाई : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आत्म-विकास करते समय एक मनुष्य अतिमानव (सुपरमैन) बनना चाहता है, इसके बाद वह देवता और फिर भगवान बनना चाहता है और विश्वरूप की भी आकांक्षा रखता है, लेकिन वहां से आगे भी कुछ है क्या, यह कोई नहीं जानता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में मनुष्य होने के बावजूद मानवीय गुणों का अभाव होता है और उन्हें सबसे पहले अपने अंदर इन गुणों को विकसित करना चाहिए।
हर एक मनुष्य सुपरमैन बनना चाहता है : मोहन भागवत
हर एक मनुष्य सुपरमैन बनना चाहता है : मोहन भागवत