चेक गणराज्य के प्रतिनिधिमंडल द्वारा द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती हेतु पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाक़ात
चंडीगढ़ के साथ सिस्टर सिटी सहयोग पर दिया मुख्य ध्यान
चेक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में ट्राम और हाइड्रोजन बसें शुरू करने का प्रस्तुत किया विचार
चंडीगढ़, 28 नवंबरः भारत में चेक गणराज्य की राजदूत डॉ. एलिस्का ज़िगोवा के नेतृत्व में चंडीगढ़ में चेक गणराज्य के आनरेरी कांसुलेट गुनीत चौधरी के साथ के आज एक प्रतिनिधिमंडल ने आज पंजाब राजभवन में पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की। बैठक दौरान विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान विशेष रूप से सिस्टर सिटी सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिनमें पर्यावरण, अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन नवाचार, शैक्षिक सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान शामिल हैं।
चर्चा के दौरान, डॉ. ज़िगोवा ने चंडीगढ़ में अभिनव शहरी सार्वजनिक परिवहन समाधानों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शहर के अन्दर मेट्रो प्रणाली के एक स्थायी विकल्प के रूप में ट्राम प्रणाली के कार्यान्वयन का प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि ट्राम प्रणाली चंडीगढ़ के शहरी परिदृश्य के साथ सहजता से एकीकृत हो सकती है, जो इसकी समृद्ध विरासत के महत्व का सम्मान करते हुए गतिशीलता को बढ़ा सकती है। यह विचार सतत शहरी विकास की दिशा में वैश्विक प्रचलन के अनुरूप है और इसका उद्देश्य रहने योग्य उपयुक्त शहरी वातावरण का निर्माण करना है।
ट्राम के अलावा, डॉ. जिगोवा ने अंतर-शहर संपर्क के लिए हाइड्रोजन बसों का विचार भी पेश किया। इन बसों को कार्बन उत्सर्जन को कम करने और पर्यावरण के अनुकूल सार्वजनिक परिवहन समाधानों को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
राज्यपाल ने दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह चंडीगढ़ प्रशासन से शहर में ट्राम और मेट्रो की तुलनात्मक व्यवहार्यता और हाइड्रोजन बसों की शुरूआत पर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहेंगे।
चर्चा दौरान चेक गणराज्य और चंडीगढ़ के विभिन्न संस्थानों के बीच शैक्षिक सहयोग के अवसरों पर भी प्रकाश डाला गया। डॉ. जिगोवा ने दोनों क्षेत्रों के युवाओं के बीच आपसी समझ और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा। इस पहल से छात्रों के शैक्षिक अनुभवों को समृद्ध करने और दोनों संस्कृतियों के बीच संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने चंडीगढ़ में दोनों क्षेत्रों के व्यंजनों और फिल्मों सहित सांस्कृतिक आदान-प्रदान से जड़े आयोजनों में भी रुचि व्यक्त की, जो दोनों देशों की संस्कृतियों की समृद्ध पाक और सिनेमाई परंपराओं को प्रदर्शित करेंगे।
पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक श्री. गुलाब चंद कटारिया ने इन प्रस्तावों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, और इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के आदान-प्रदान से न केवल छात्रों को लाभ होगा, बल्कि दोनों देशों के बीच बेहतर समझ को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि ये सहयोगात्मक प्रयास चंडीगढ़ और उसके चेक समकक्षों, दोनों के लिए उज्ज्वल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
इस बैठक के एक महत्वपूर्ण पहलू के तहत चंडीगढ़ और चेक गणराज्य के शहरों के बीच एक सिस्टर सिटी साझेदारी की आवश्यकता को उजागर किया गया। श्री गुलाब चंद कटारिया ने डॉ. जिगोवा को आश्वासन दिया कि वह अपने अधिकारियों के साथ इस पहल को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाएंगे, और दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापार, पर्यटन, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
बैठक दौरान डॉ. जिगोवा ने बताया कि चेक गणराज्य का एक प्रतिनिधिमंडल विभिन्न सहयोगी पहलों पर अग्रिम चर्चा के लिए मार्च 2025 में चंडीगढ़ का दौरा करने वाला है। इस दौरे से सतत शहरी विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के प्रति दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता को और मजबूती मिलेगी।