बिहार विधानसभा में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक

पटना, 04 मार्च: बिहार विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर बयान दिया। मुख्यमंत्री ने तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें जो कुछ भी राजनीति में हासिल हुआ, उसमें उनका योगदान था, और वे ही जिम्मेदार हैं।

नीतीश कुमार का बयान

कुमार ने कहा, “पहले बिहार में क्या था? मैंने ही आपके पिता को राजनीति में ऊंचाई दिलाई। आपकी जाति के लोग भी मुझसे पूछ रहे थे कि मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उनका समर्थन किया।” यह बयान तेजस्वी यादव की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया के रूप में आया, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार के 2005 से पहले के बिहार के इतिहास को लेकर की गई बातों पर सवाल उठाए थे।

तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया

वहीं, तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 2005 से पहले बिहार का अस्तित्व नहीं था, यह बयान पूरी तरह से गलत था। उन्होंने कहा, “क्या 2005 से पहले बिहार का अस्तित्व नहीं था? राज्यपाल वही पढ़ते हैं जो सरकार उपलब्ध कराती है, और नए राज्यपाल को शायद बिहार के इतिहास की जानकारी भी नहीं है।” उन्होंने राज्यपाल के भाषण को लेकर भी आलोचना की और कहा कि राज्यपाल ने भर्ती को लेकर वही पुराने वादे फिर से दोहराए, जो पहले किए गए थे।

नीतीश पर कटाक्ष

तेजस्वी ने आगे कहा, “2005 से पहले नीतीश कुमार 55 साल के थे। उन्होंने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी और केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में काम किया था। जिस विधानसभा भवन में यह बहस हो रही है, वह भी 2005 से पहले का है।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि यह सरकार 40 साल भी सत्ता में रही, तो भी 2005 से पहले के दौर को दोषी ठहराया जाएगा। तेजस्वी यादव ने यह संकेत दिया कि नीतीश कुमार हमेशा 2005 से पहले की घटनाओं को लेकर आलोचना करते रहेंगे, चाहे सरकार कितने ही साल तक सत्ता में रहे।

राजद और जदयू के बीच बढ़ती तल्खी

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जदयू और राजद के बीच हमले तेज हो गए हैं। नीतीश कुमार, जो जनवरी 2024 तक महागठबंधन में थे, अब भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए हैं। इस साल जनवरी में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार के लिए इंडिया ब्लॉक के दरवाजे खोलने की बात कही थी, लेकिन नीतीश कुमार ने इसे दृढ़ता से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “हम (जेडीयू) दो बार गलती से पटरी से उतर गए थे, अब हम हमेशा (एनडीए में) साथ रहेंगे और विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”

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