एशियन कालेज पटियाला की तरफ से जंगली जीव सेंचुरी बीड़ भादसों, पटियाला में तीन दिवसीय नेचर कैंप का आयोजन

एशियन कालेज पटियाला की तरफ से जंगली जीव सेंचुरी बीड़ भादसों, पटियाला में तीन दिवसीय नेचर कैंप का आयोजन

एशियन कालेज पटियाला की तरफ से जंगली जीव सेंचुरी बीड़ भादसों, पटियाला में तीन दिवसीय नेचर कैंप का आयोजन
– ऐसे कैंप विद्यार्थियों के लिए जीवन में बहुत ही लाभदायक सिद्ध होंगे : तरसेम सैनी
पटियाला, 1 फरवरी : एशियन कालेज पटियाला की तरफ से जंगली जीव सेंचुरी बीड़ भादसों, पटियाला में वातावरण जंगलात और जलवायु तबदीली मंत्रालय, स्टेट नोडल एजेंसी पंजाब स्टेट कौंसिल फार विज्ञान एड टैकनॉलॉजी के समर्थन के साथ वातावरण शिक्षा प्रोग्राम अधीन तीन दिवसीय ( जनवरी 30 से 1 फरवरी, 2025) नेचर कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें एशियन कालेज और पटियाला के अलग- अलग स्कूलों के विद्यार्थियों ने शिरकत की। प्रिंसिपल डा. मीनूं सिंह सचान और आयोजन सैक्ट्री डा. सपना राठौर की तरफ से कैंप में पहुंचे मुख्य मेहमानों का स्वागत किया गया।
डा. एस. एस. सैनी ( रिटायड डीन और प्रो. योलोजी विभाग पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला) मुख्य प्रवक्ता के तौर पर पेश हुए और उन्होनें कहा कि वातावरण के बदलने का मुख्य कारण मानव का समय- समय पर जागरूक न होना है, जैसे कि पानी में पैस्टीसाईडस डालने के साथ पानी के जहरीले होने के कारण बहुत सी जड़ी बूटियां, वृक्ष जैसे कि टाहलियां, किकर, बरोटा, पिप्पल व गुलड़ आदि खत्म हो गए, जोकि वृक्ष हमारे द्वारा छोड़ी गई कार्बनडाईआक्साइड को आक्सीजन में तबदील करते थे, समय-समय पर उन पौधों के सुख जाने के कारण आगामी पीढिय़ों पर जो प्रभाव देखने को मिल रहा है जैसे कि बच्चों का विकास और मानवीय जोड़ों में संतान उतपति की समस्या आदि। उहोंने इस हो रहे नुकसान बारे खास करके पंजाबियों को यह संदेश दिया कि हमारे गुरु जी द्वारा पवन गुरु पानी पिता माता धरति महतु के दिए उपदेश अनुसार यदि इन तीनों चीजों को ना बचाया तो आगामी पीढिय़ों को दृषित हो रहे हवा व पानी के कारण आक्सीजन की कमी के कारण दिल्ली जैसे शहरों के लोगों की तरह आक्सीजन के सिलेँडर साथ लेकर चलना पड़ेगा। इस मौके रिसोर्स पर्सन के तौर पर विशेष के तौर पर पहुंचे डा. मनीष कपूर ( प्रो. और मुखी बाटनी विभाग पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला), मिस. नवनीत कौर (साइंस विभाग), मिसज. नेहा (साइंस विभाग) ने भी विचार रखे और रणजीत सिंह ( मूर्ति कलाकार) की अगुवाई में विद्यार्थियों ने वातावरण के साथ सम्बन्धित ग्रुप क्रियाओं (पग चिह्न, कला कृतियां) करवाई गई। कालेज के स्टाफ की तरफ से इस कैंप को सफलतापूर्वक बनाने में अहम भूमिका निभाई गई।
आखिर में कालेज के चेयरमैन तरसेम सैनी ने आए मुख्य प्रवक्ताओं की तरफ से वातावरण के साथ सम्बन्धित दी बहुमूल्य जानकारी के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसे मौके विद्यार्थियों को आने वाले जीवन में बहुत ही लाभदायक सिद्ध होंगे और यह भी कहा कि यह कैंप कल (31 जनवरी, 2025) से फिर वातावरण के साथ सम्बन्धित नई क्रियाओं और नए प्रवक्ताओं की महत्वपूर्ण जानकारी के साथ शुरू होगा और इस तीन दिवसीय कैंप का समाप्ति समारोह 1 फरवरी, 2025 को एशियन कालेज पटियाला में होगा।

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