मुंबई: समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आज़मी को मुगल बादशाह औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली उनकी विवादास्पद टिप्पणी के मामले में मुंबई की एक अदालत ने अग्रिम ज़मानत दे दी है। इस मामले के सिलसिले में आज़मी बुधवार को मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां अबू आज़मी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मुझे अग्रिम ज़मानत मिल गई है, और मैं मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन जा रहा हूँ। अदालत ने मुझे तीन दिनों के लिए पुलिस स्टेशन जाकर पुलिस के सामने हस्ताक्षर करने का निर्देश दिया है।”
इस विवाद की शुरुआत उस समय हुई थी, जब अबू आज़मी ने एक साक्षात्कार के दौरान औरंगजेब को एक महान प्रशासक बताते हुए कहा था कि उनके शासन में देश ने काफी तरक्की की। उनकी यह टिप्पणी महाराष्ट्र के राजनीतिक माहौल में उबाल ला दिया था, क्योंकि राज्य के सत्ता पक्ष ने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान करार दिया। दोनों ही महाराष्ट्र में पूजनीय व्यक्तित्व हैं, और औरंगजेब की आलोचना को लेकर लंबे समय से विवाद बना हुआ है।
इस विवाद के बाद, महाराष्ट्र विधानसभा में सत्ता पक्ष के नेताओं ने औरंगजेब की प्रशंसा को लेकर तीव्र विरोध जताया और 26 मार्च तक चल रहे बजट सत्र के अंत तक अबू आज़मी को विधानसभा से निलंबित कर दिया।
अबू आज़मी की टिप्पणी ने न केवल राजनीतिक हलकों में बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों में भी गहरी नाराज़गी को जन्म दिया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और विधायक को तीन दिनों के लिए पुलिस स्टेशन में हस्ताक्षर करने का आदेश दिया गया है।
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