नई दिल्ली , 12 फ़रवरी 2025: पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी (Abhijit Mukherjee) ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से वापस लौटकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर एआईसीसी प्रभारी गुलाम अहमद मीर और राज्य के अन्य कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में कोलकाता में औपचारिक रूप से पार्टी जॉइन की।
Abhijit Mukherjee का टीएमसी छोड़कर कांग्रेस में वापसी का फैसला
गुलाम अहमद मीर ने कहा, “अभिजीत मुखर्जी पिछले एक साल से कांग्रेस के नेतृत्व और राज्य पीसीसी से संपर्क में थे। आज यह फैसला लिया गया कि वह फिर से कांग्रेस में शामिल होंगे।” 2020 में अपने पिता प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद, अभिजीत और उनकी बहन शर्मिष्ठा दोनों ने कांग्रेस छोड़ दी थी। जुलाई 2021 में अभिजीत मुखर्जी टीएमसी में शामिल हो गए थे, लेकिन अब उन्होंने अपनी पार्टी बदलने का फैसला किया।
2019 में लोकसभा चुनाव में मिली हार
Abhijit Mukherjee ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जंगीपुर सीट से टीएमसी उम्मीदवार खलीलुर रहमान से हार का सामना किया। उन्होंने कहा, “मैंने ढाई साल तक कांग्रेस द्वारा दिए गए कार्यों को पूरा किया, लेकिन मुझे पर्याप्त जिम्मेदारी नहीं दी गई, चाहे जो भी कारण रहा हो।”
राजनीति में कदम और पहली जीत
अभिजीत ने 2011 में राजनीति में कदम रखा जब उन्होंने बीरभूम जिले के नलहाटी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव जीता। इसके बाद, 2012 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जंगीपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल की। यह सीट उनके पिता प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद खाली हुई थी। 2014 में भी उन्होंने जंगीपुर से लोकसभा चुनाव जीत लिया, लेकिन 2019 में वह टीएमसी के खलीलुर रहमान से हार गए।
शर्मिष्ठा मुखर्जी की राजनीति से अलविदाई
वहीं, अभिजीत की बहन शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सितंबर 2021 में सक्रिय राजनीति छोड़ दी। हालांकि उन्होंने किसी अन्य पार्टी में शामिल होने का फैसला नहीं लिया, लेकिन कांग्रेस पार्टी की सार्वजनिक आलोचना की है।
Abhijit Mukherjee की कांग्रेस में वापसी के बाद यह देखना होगा कि वह पार्टी के लिए क्या नई दिशा और ऊर्जा लेकर आते हैं।
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